बुधवार, 22 अक्टूबर 2008

सावधान, विरोध प्रदर्शन वाले जलाने के लिए चंद्र यान को ढूंढ रहे हैं.

ये हमरे लोकतत्र की मजबूती का सबसे बड़ा प्रमाण है कि, हम किसी की भी कैसी भी चिंगारी को अपने फेफडों से फूंक फूंक कर एक बड़ी आग पैदा कर लेते हैं, और फ़िर उस मशाल को थाम कर जो भी सामने पड़ता है उसको स्वाहा कर देते हैं। और यकीन मानिए उनका ये आग लगाने का तरीका तो उन आदिमानवों के दो पत्थर से रगर कर आग जलने के तरीके से भी ज्यादा सफल और चमत्कारी सिद्ध हुआ है । सो जैसा कि पुरी तरह से अपेक्षित था कि राज ( नाम तो सुना होगा ), के राज पर जब भी जरा सी उंगली उठी अजी उंगली की कौन कहे, सिर्फ़ नजर भी उठी तो फ़िर तो बड़े अस्वमेध यज्ञ में पूरे देश की सम्पत्ती , रेल, बस, गाडियां, सरकारी ओफ्फिस सब कुछ बिना भेदभाव के जलाए जायेंगे। कोई राज के विरूद्ध सुपर फास्ट को आग लगा रहा है तो कोई राज के समर्थन में राजधानी और शताब्दी को , मगर खुसी इस बात की है कि जला दोनों ही ट्रेन को ही रहे हैं, क्यों, पता नहीं वैसे मुझे लगता है कि उन्हें लग रहा होगा कि लालू जी ने इतने अरब ख़राब का फायदा करवाया है तो फ़िर दस बारह ट्रेन जलाने से क्या नुक्सान हो जायेगा।,

मगर अब स्थिति सचमुच चिंताजनक होती जा रही है, ख़बर के अनुसार ( प्लीज, ये सूत्र के बारे में न पूछा करें, खासकर जब ख़बर एक्सक्लूसिव हो तो ), दोनों पक्षों के लोग अब चंद्र यान को ढूंढ रहे हैं ताकि उसे जला कर इस विरोध प्रदर्शन में थोड़ी और गंभीरता लाई जाए। वैसे इसके पीछे भी कारण है, दरअसल किसी ने दबे मुंह से बात फैला दी कि जब चंद्र यान जा ही रहा है और उसके लौटने की कोई ख़ास गारंटी नहीं है तो क्यों न ठाकरे , आजी वही राज फाश वाले , को भी उसमें बैठा कर ऊपर भेज दिया जाए, नीचे की सारी समस्या ही ख़त्म हो। दूसरी अफवाह ये है कि सभी बिहारी, मुझे सहित, ने मांग कर दी है कि जब दिल्ली, मुंबई, आसाम, सभी जगह हमारी वजह से ही मुश्किलें पैदा हो रही हैं तो फ़िर हमें , हम सबको चाँद पर भेज दो । मैंने तो सलाह दी थी कि यार ये जलने और जलाने का शुभ कार्यक्रम थोड़े दिनों के लिए टाल दिया जाए , तब तक उन बेचारों को उसमें बैठा कर घर पहुंचा दिया जाए जो बेचारे ट्रेन के जलने और उसके कैंसिल होने के कारण घर नहीं जा पा रहे हैं।

फिलहाल तो स्थिति गंभीर ही बनी हुई है , यदि चंद्र यान को छुपाने के लिए आप के पास कोई जगह हो तो बताएं ?

5 टिप्‍पणियां:

  1. बेशक..
    भई वाह झा जी,
    क्या तत्कालिक बात उठाई है आपने..
    सच्ची सोच.. सही मुद्दा.. सटीक ढंग..
    आपको बधाई......

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  2. झा जी
    जेसे ही चाँद पर विकास कार्य शुरू होंगे सबसे पहले बिहारियों की ही जरुरत होगी इसलिए समझो चन्द्र यान बना ही बिहारियों के लिए है यदि चन्द्र मंत्रालय भी बना तो मंत्री भी लालू ही होंगे |

    खैर ये मजाक हुयी आपने बात सही उठाई है

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  3. जी सचमुच स्थिति बहुत गंभीर है !

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  4. चंद्र यान को मुम्बई भेज दें । राज सम्हालें ।

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मैंने तो जो कहना था कह दिया...और अब बारी आपकी है..जो भी लगे..बिलकुल स्पष्ट कहिये ..मैं आपको भी पढ़ना चाहता हूँ......और अपने लिखे को जानने के लिए आपकी प्रतिक्रियाओं से बेहतर और क्या हो सकता है भला

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