हम तो चुपचाप सभी ब्लोग्गर्स का एक ठो सीज़नल वसीयत तैयार कर रहे थे ऊ भी एक दम फ़्री में , मगर सब ठो पोल भाई महेन्द्र मिश्रा जी हमारा बज स्टेटस देख के खोल दिए , लेकिन हम भी ढीठ हैं जब बना दिए तो बिना पोस्टियाए थोडी छोडेंगे ।आज अचानक ही ख्याल आया कि कुछ समय पहले ही ब्लोग्गर्स ने अपनी अपनी वसीयत हमसे लिखवाई थी उसके आपके सामने सार्वजनिक किया जाए । और इस वसीयत में कोई फ़ेरबदल की गुंजाईश नहीं है वैसे तो मगर उनके आग्रह पर इसमें ऐडिशनल क्लौजेज जोडे जा सकते हैं । फ़िलहाल तो आप मूल वसीयत पर गौर फ़रमाईये ।
श्री समील लाल जी उर्फ़ उडनतशतरी जी ..और असली मतलब कि एलियन जी :- देखिए जी हम चाहते हैं कि ...सिगरेट के पाकिट पर लिखा सारा साहित्य ..माने विल्स कार्ड तो हम सब ठो एक एक करके आप सबको पढवा दिए हैं ...मगर अभी बीडी के पैकेट और खैनी की पाउच पर लिखा हुआ ..एक दम अनकट और अनछुआ वाला बचा हुआ है ..हमारी वसीयत के तौर पर । उसे धीरे धीरे प्रकाशित किया जाए । हमारी टिप्पणियों के लिए ..एक अलग से ऐग्रीगेटर बनाया जाए ...जो वैसे भी देर सवेर बनने ही वाला है ..। हमने जिज्ञासावश पूछा ...."मगर उडन जी आपकी पोस्टों का क्या ? " अरे यार झाजी , आप भी न कमाल करते हो ..वो तो पहले ही कुल 650 पुस्तकों के रूप में प्रकाशित हो चुकी हैं ।
![](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEg_dwVh43CtvfpmJq3cxHLl5GpIqCWJYdvCCgkc-a3NPX__0WXnEdh1VWdLQlxmtiftyDh_j9ZI5s_bPPNxcM2GwizTB2m7Y8zwss1w8S2Jnlb9aXRPNWLKNsMNIP-tGUtHA834XIzweSQ/s220/nainital-8_edited.jpg)
श्री बी एस पाबला जी :- अभी बने हुए ..सारे कमाल के अनूठे और एकदम अलग टाईप के आइडियाज़ के साथ बने हुए ब्लोग ...के अलावा ..आने वाले समय में ऐसे नायाब आईडियाज वाले सभी ब्लोगस सिर्फ़ पाबला जी एंड कंपंनी( हें हें हें ई कंपनी में हम भी शेयर होल्डर हैं न ) द्वारा ही हाईपोथिकेटेड हों । और हां टीम व्यूअर का पैकेज हर जगह अवेलेबल होना चाहिए ।ताकि कोई भी समस्या हो ..पाबला जी हैं न ...अरे हां अब तो कोई भी पंगा हो तो भी पाबला जी हैं न ...अरे छोडिए यार ...अब तो हाईट है कि ..कोई पंगा न हो ...पाबला जी हैं न । तो आने वाले समय में ब्लोग और ब्लोगगर्स पर बनाई जाने वाली documentary, serials, films, आदि के सभी प्रसारण एंड कलेक्शन अधिकार ..पाबला जी को दिए जा रहे हैं ।
श्री ललित शर्मा जी :- देखिए जी पहली बात तो ये कि ...भविष्य में यदि ललित जी कहीं बिजी पांडे(अरे बिजी पांडे माने ....बिजी यार ) हुए तो .....उनकी तमाम चर्चा और टिप्पणियां ,....उनकी मूंछें ही कर लिया करेंगी । लो कल्लो बात इतने समय में जब उन्होंने इत्ते सार मित्रों और भाईयों को चर्चा का गुरू मंतर सिखा के टरेनिंग पूरी कर दी तो खुद की मूंछों को सिखाने में भला कित्ती देर लगेगी । हां सुना है कि ..बंदूक शंदूक से भी कुछ करवाया जाएगा ....बाप रे ..सच में का ...हे राम ...बेनमिया सब के लिए ही खास औफ़र होगा जरूर ।
ताऊ जी :- ब्लोगजगत में आने वाल समय में जित्ते भी रिएल्टी शोज़ , अंताक्षरी प्रतियोगिता , पहेली प्रतियोगिता , कव्वाली , भजन, आरती, रिमिक्स, रैम , रमपमपम पम .....सब कुछो ..उनका रामप्यारे, हीरामन, ऊ शैतान बिल्लनियां रामप्यारी, और इन तरह के जितनी भी प्राणी ब्लोग्गर हैं वही आयोजित किया करेंगे । ये घामड आदमियों को इसकी कतई भी इजाजत न दी जाए कि इनके ऐनिमल राईटस का उल्लंघन करें । यदि करना है तो पहले ..इनके जैसे गधा , तोता, बिल्ली...आदि की श्रेणी में शामिल होना मंगता है जी । ताऊ जी ने कहा है कि उनके लट्ठ को महफ़ूज़ मियां के लट्ठ के साथ जोड के तेल पिलाया जाए ,,,जो समय आ रहा है उसमें बेनामियों के लिए आभासी शाबासी से आगे निकल कर उनकी डायरेक्ट सेवा का अवसर आ सकता है ।
अदा जी :- ..हां नहीं तो ....का कौपीराईट तो पहिले ही हमरे नाम हो चुका है , खुशदीप जी के साथ डिरामा कंपनी भी धकाधक दौड रहा है ...ब्लोग दीदी भी बनिए गए हैं ..ओह तो अब बचा का जी ...। मयंकवा का ड्रिराईंग का एक ठो अलगे ब्लोग खोला जाए ...काहे से कि उ बचवा का टेलेंट का बहुते फ़ैदा उठा रही हैं अदा जी । संतोष जी का गाना सब ठो ..गिरीश भाई के पोडकास्टवा सब पर ही सुनाया जाएगा ...। अदा जी का गाना सब को अलग से ब्लोगवाणी चिट्ठाजगत पर चलाया जाएगा एक दम ढिंचक ढिंचक ...॥
अजय कुमार झा :- ईनका का कहा जाए ...कुल पच्चीस ठो तो ब्लोग है ..जाने कहां कहां फ़िरते रहते हैं ..दिन रात दिमाग में प्रेत की तरह ब्लोग , ब्लोग्गर बैठक, चर्चा , टिप्पणियां , और ब्लोग्गिंग पर पोस्ट ठेलते रहना ..कुल मिला के..एकदम सनक से गए हैं पहले ही तो .....अब बचा का है इनका वसीयत करने को ..बस इनको इतना फ़ैसिलिटी मिल जाए कि ब्लोग्गर बाबा बस डेढ दुई सौ और ब्लोग बनाने का सुविधा दे दें । दस बीस ठो एक्स्ट्रा हाथ आंख दे दें , नहीं तो कम से कम एक ठो एलियन ही दें दें ..ताकि कहीं भी प्रकट होकर कहीं भी टीप सकें । हर महीना एक ठो ब्लोगर मीट हो जाए ..बेशक ..वैज मीट हो ..बिना मीट मसाले वाली ...मगर हो तो सही ...आखिर उसकी रपट पे भी तो फ़िर पोस्ट ठेलाई हो सकती है ।
श्री अविनाश वाचस्पति जी :- इनका डायरी जिसमें तमाम ब्लोग्गर्स , साहित्यकार, पोस्टकार, और जितने भी तरह के कार हैं उनका नंबर है...उसे एमटीएनएल को दे दिया जाए ताकि उसका एक ठो अलग से बेलो पेजेस ( जैसे होता है है न येलो पेजेस वैसे ब्लोगगर्स के लिए बेलो पेजेस ) बन सके । इसके अलावा एयरटेल , ब्राडबैंड, और जितने भी बैंड बाजा हैं उसके इनका डायरेक्ट कनेक्शन को भी सार्वजनिक किया जाए । भाई साहब हमेशा ही एवलेबल रहें ..एक ठो चिप लगा दिया जाए ..ताकि पता चलता रहे कि ..ब्लोगजगत का नेटवर्क टावर ..अभी फ़िलहाल कहां पर है ।
श्री राजीव तनेजा जी :- वैसे तो इनका पोस्ट की लंबाई को देखते हुए इनपर जल्दी ही ब्लोग्गर बाबा बैन शैन लगा ही देंगे ...काहे से कि .कुल एक महीना के बराबर का पोस्ट एके में ठेल देते हैं महाराज ..सुने हैं कि कई लोग तो बाहर घूमने फ़िरने जाने से पहले इनका पोस्ट का प्रिंट आउट लेके रख लेते हैं साथ में ,,,,होनोलुलू से वापस लौटने के बाद .....सीधा उनको चैट पर बताते हैं बस राजीव भाई ..अगली ट्रिप तक पोस्ट खत्म होते ही टीपता हूं । इनका वसीयत में ई जिक्र है कि संजू भौजी के हाथ पात में एक भी पोस्ट नहीं पडने पाए ..वर्ना ..किलोमीटर की पोस्ट कब मीटर और फ़िर मिलीमीटर में सिमट जाएगी पता भी नहीं चलेगा ..कि कौन कौन ..चारित्रिक पोस्ट टाईप का व्यंग्य ठेलते रहे हैं, पिछले दिनों ॥
रश्मि रविजा जी :- इनका वसीयत में खाली एके ठो क्लौज है मेनली तो .....शची इज स्टिल वेटिंग ....एंड वेटिंग constantly ....अरे सच्ची मुच्ची यार । हालांकि रश्मि जी से बार बार ये पूछा भी गया है कि ..जब इतना वेटिंग है ..तो how much she weight ? मुदा वसीयते यही है न ..कि वेटिंग......... एंड वेटिंग ...एंड वेटिंग ...एंड वेटिंग औन .....। तुम ई पूछने वाले होते हो कौन ? ..वैसे भी जब शची को कौनो पिराबलेम नहीं है ..वेट करने में ..न ही रश्मि जी को है उसको ..इत्ता ढेर सारा वेट करवाने में तो ..फ़िर काहे की मगजमारी जी ?????
अरे रे रे बस करिए जी ...का आज ही सबका पढ डालेंगे का ?? अरे अभी तो शुरू हुआ है जी ..दस्तावेज का बखान अभी चालू रहेगा जी
हा हा हा
जवाब देंहटाएंझा जी वसीयत आखिर तैयार हो ही गयी,
ई वसियत नामा रजिस्टर्ड करवाए के नही?
बकिया सब ठीकै है।
राम राम
इस चर्चा पर ठहाका स्वीकार करे ....भाषा की निरंतरता ने कही स्पीड ब्रेअकर नहीं लगने दिया
जवाब देंहटाएंएक सांस में पढ़ गए
:) मजेदार वसीयत है..
जवाब देंहटाएंnice
जवाब देंहटाएंवसीयत में हमरा नाम है का ?....
जवाब देंहटाएंहा हा मजेदार वसीयत है...पर शची इज कहाँ वेटिंग ?...सम वन एल्स इज वेटिंग फॉर हर....पर हाँ, वेटिंग तो है ही...जाने कब तक वेट करना पड़ेगा...सबको इस वेट का अंत देखने को...
जवाब देंहटाएंरोचक पोस्ट
ह अहा हा हा बढ़िया वसीयतनामा रहा कम से कम इस वसीयतनामा में हमरी एकाध ठो फोटो चैप देते भय्या जी ....बाकी तो ठीकठाक है ....बाकी ये वसीयत नामा पचास साठ साल बाद काम आवेगा . हा हा मजेदार
जवाब देंहटाएंबहुत अनोखी पेशकश .......सबके वसीयत के बारें में ..जान कर बड़ा मजा आया .
जवाब देंहटाएंवसीयत की जानकारी तो बहुत बढ़िया लगी अभी और भी बड़े बड़े नामचीन ब्लॉगर्स है..हम चाहते है थोड़ा उनके वसीयत का ज़िक्र भी आपके अपने अंदाज में हो जाए....प्रस्तुति का कितना बेहतरीन अंदाज...आभार भैया
जवाब देंहटाएंअरे...इत्ती लंबी-लंबी पोस्ट ठेलने वाले की वसीयत इत्ती छोटी काहे बनवाई रे? ....
जवाब देंहटाएंमज़ा आ गया जी पढकर
मजेदार वसीयत है..
जवाब देंहटाएंmaja aa gaya.....pata nahi kitne jatan karne pade honge.......kitne jasus lagaye honge.......bahut bahut thankyou........abhi auro ka bhi vasiyat ane dijiye......
जवाब देंहटाएंअरे तोरी....त
जवाब देंहटाएंहा हा हा हा...
हमरा पूरा कुनबा का वसीयत करवा दिए हैं का...
अरे भाई हमरा ड्रामा कम्पनी का कॉम्पिटीसनवा में काहे को आ रहे हैं आप भाई...जीये-खाए देव हमको भी....
और ई ब्लॉग दीदी का तमगा...सिर्फ बचवन के लिए हैं...हाँ नहीं तो...
यह बढ़िया आईडिया रहा , सबसे ज्यादा नंबर समीर लाल ले गए !शुभकामनायें !
जवाब देंहटाएंवाह्! रोचक, आनन्ददायक, हास्य से भरपूर....
जवाब देंहटाएंअजी इन वसीयत नामे पर पहले दिनेश राय जी के साईन लेलॊ, वेसे लगा यह सब बहुत सुंदर
जवाब देंहटाएं(-:
जवाब देंहटाएंha ha ha waah!
जवाब देंहटाएंbadi hi mazedaar wasiyat hai maza aaya ...dhanywaad.
मज़ेदार वसीयतें
जवाब देंहटाएंआने वाली अन्यों का इंतज़ार रहेगा
हा हा मज़ा आ गया
जवाब देंहटाएंदिनेश राय जी ने सारे ड्राफ़्ट तैयार करा लिये हैं...कुछ वसीयतें बवाल ओर मह्फ़ूज़ मियां तैयार कर रहे हैं.कुंवारे ब्लागर बेचारे वसीयत की परिभाषा सीख रहे हैं
कुल मिला के नाइस
मजेदार
जवाब देंहटाएंझा जी,
जवाब देंहटाएंगुल्ली ये वसीयतनामा पढ़ कर बड़ा नाराज़ हो गया है...टॉय गन के लिए असली गोलियां ढूंढ रहा है...मुझसे पूछ रहा था कि उसे गुमनाम लिखने की हिम्मत किसने की है...
जय हिंद...
बहुते बढिया वसीयत बनाये हैं जी, ताऊ मदारी कंपनी के सब सदस्य अपना हक पाकर बहुते खुश हुये.
जवाब देंहटाएंरामराम.
-ताऊ मदारी कंपनी
झा जी, हमारा वसीयत पहले बनना था, बुढ़ऊ का क्या भरोसा जाने कब टपक जाये, वो भी बगैर वसीयत के।
जवाब देंहटाएंअच्छा तो अब पता चला आप ईअर क्लोजिंग में कहाँ बिज़ी थे।
जवाब देंहटाएंसबके साइन तो ले लिए हैं न भाई।