आखिर नए साल में शास्त्री जी ने एक ब्लोग चोर को पकड के, उदघाटन कर ही दिया , वैसे भी जाने कितने दिन बीत गए थे कोई भी चोर पकडे हुए । चलिए अच्छा हुआ जो साल के पहले ही पखवाडे में हमने सफ़लता हासिल कर ली । और जब से उन्हें पकडा गया है तब से अब तक जाने कितनी पोस्टें और जाने कितनी टिप्पणियां उनको समर्पित करके लिखी जा चुकी हैं और अभी तो पिक्चर बांकी है मेरे दोस्त । ब्लोग पोस्ट चोरों की तरफ़ से एक सादर निवेदन टाईप की रिक्वेस्ट आई ,कहा गया था कि सर जी इतने सारे जने मिल के हमारा सामूहिक चीरहरण जैसी सेवा कर रहे हैं । आप तो फ़ूंफ़ां हो ,कुछ हमारी तरफ़ से रखो न , कोई अपना एंगल डालो न हमारे लिए ताकि सबको हमसे कुछ सहानुभूति सी हो जाए । हमने कहा लो ये कौन मुश्किल है जी । सहानुभूति तो वैसे भी सबको हो रही होगी (जैसे किसी के मरने पर होती है )वैसे वाली । मगर फ़िर भी हमने सोचा कि जब इत्ती रिक्वेस्ट हो ही रही है तो फ़िर एक पोस्ट उनके लिए हमारी तरफ़ से भी सही ।
उनकी तरफ़ से जारी याचिका को आप सबकी अदालत में रखा जा रहा है विचार दिया जाए ॥
१. ऐग्रीगेटर्स से आग्रह है कि , वे मुख्य पृष्ठ पर एक कोना ,एक गोला या कोई भी डिब्बा टाईप का प्लौट उनके लिए निर्धारित करें जहां पर विशेष रूप से उनके लिए एकदम चटक रंग में हाईलाईटेड रूप से उनकी पोस्ट को लगाया जा सके ॥२. सभी ब्लोग्गर्स से आग्रह है कि ,नियमित लिखें अरे अपने लिए न सही कम से कम उनके लिए तो जरूर ही जो बेचारे आपकी पोस्टों के सहारे अपनी दुकान चला रहे हैं ।३. भई , सभी चर्चाकारों से गंभीर टाईप रिक्वेस्ट है कि , अपनी अपनी चर्चाओं में , उनकी पोस्ट , मेरा मतलब उनकी इन्सपायर्ड पोस्ट का जिक्र जरूर करें , बेशक असली वाली का जिक्र हो या न हो ,क्योंकि उनका तो हो ही जाएगा किसी न किसी चर्चा में । ब्लोगपोस्ट चोरों को ये फ़ैसिलिटी बहुत कम मिलती है ॥४. उन तमाम ब्लोग लेखकों , जो पहेली प्रतियोगिता का आयोजन करते या करवाते हैं ,उनसे भी खासखासम खास गुजारिश है कि उनकी भी नजरे इनायत हो इन पर तो क्या बात हो । और फ़िर सोचिए न कितना मजा आएगा , जब पोस्ट दिखा कर पूछा जाएगा , बताईये फ़लाना चोर ने ये रचना किस ब्लोग से चुराई है ???
और भी योजनाएं हैं उनके वैलफ़ेयर की मगर पवार जी ने कहा है कि सारी की सारी अभी नहीं चलाई जाएंगी, थोडा "चीनी कम " हो जाए फ़िर आगे की एक्सक्लुसिव योजना बताई जाएगी ॥
एक वैधानिक सूचना :- इस पोस्ट के लिए हमें ब्लोग पोस्ट चोरों की तरफ़ से एक ब्लैंक चैक दिया गया है जो हिंदी में एडसेंस चालू होने पर कैश हो जाएगा । और कंप्लीमेंटरी पुरस्कार के रूप में उन्होंने हमारी भी कुछ पोस्टें चुराने ,का आश्वासन दिया है ॥जय हो ब्लोग चोर आंदोलन की ॥
आप को वकालत के व्यवसाय में देख कर प्रसन्नता हुई। कुछ ईर्ष्या भी कि अब मुकदमे बाँटने के लिए एक प्रतिस्पर्धी और हुआ।
जवाब देंहटाएंवैसे ये तो बताओ कि ये मुकदमा मारा कैसे?
हा हा हा , सर उस पोस्ट डेटेड चैक पर अभी नाम नहीं भरा गया है किसी का ,कहिए तो उन्हें आपका पता दे देता हूं ।
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर कहा आप ने , लेकिन फ़ोटू की चोरी तो हम भी करते है, लेकिन वोही फ़ोटू हम से पहले कई चोरो ने चोरी की होती है अब धन्यवाद किस का करे, वेसे हम तो चोरो पर मोर कहलायेगे, चलिये अब शायद इन सज्जन को अकल आ जाये
जवाब देंहटाएंaccha hai..
जवाब देंहटाएंएक और जरुरी:
जवाब देंहटाएंब्लॉगवाणी या चिट्ठाजगत पर जब उनकी चोरी वाली पोस्ट दिखाई जाये, तो उनकी फोटो पर ऑटोमेटिक माला पहनाने की व्यवस्था की जाये..जितनी बार पसंद का चटका लगे, एक एक माला बढ़ती जाये एवं राज्य सभा में उनकी एक सीट सुनिश्चित की जाये. वहाँ तो सभी इनके भाई बन्द माला पहने बैठे हैं. :)
योजना तो बहुत अच्छी है
जवाब देंहटाएंपोस्ट डेटेड चेक पर तारीख कौन सी है? नाम तो बाद में भर लेंगे
बी एस पाबला
अच्छा है।
जवाब देंहटाएंअजय भाई,
जवाब देंहटाएंमैं खास तौर पर ऐसे श्रमजीवी ब्लॉगर भाईयों में से चोर शिरोमणि चुनने के लिए सम्मान समारोह करना चाहता हूं...पहला ईनाम बंटी द सुपर थीफ (जिस पर ओए लकी, लकी ओेए फिल्म बन चुकी है) से मुलाकात औरडिनर का मौका दिया जाएगा...अभी तक इस दौड़ में पारीक जी का ही पहना नंबर चल रहा है...
जय हिंद...
पहना की जगह पहला पढ़ें...
जवाब देंहटाएंजय हिंद
कमाल है, अभी तक तो हमने कवि सम्मेलनों में ही कविता चोरी की बात सुनी थी।
जवाब देंहटाएंअब ये चोर यहाँ भी आ पहुंचे।
यह पोस्ट आपके द्वारा लिखे जाने पर मैं चोर-गिरहकट-महासंघ की तरफ़ से आपका अभिनंदन करता हूं. और ये वादा करता हूं कि जब भी किसी माल ऊठवाना हो हम आपका काम बिना किसी मेहनताने के करेंगे.
जवाब देंहटाएंहर तरह का कार्य ठेके पर और वाजिब दामों पर सुयोग्य लोगों द्वारा करवाया जाता है.
nice
जवाब देंहटाएंनोट किया
जवाब देंहटाएं॥जय हो ब्लोग चोर आंदोलन की ॥
जवाब देंहटाएंyh bhee khoob rhee.
चोरी ही तो की है कोई डाका तो नहीं डाला
जवाब देंहटाएंजय हो
बहुत जरुरी खबर दी है आपने...
जवाब देंहटाएंकुछ दिनों बाद थानेदारों की भी क्लास ली जाएगी..
इस चोर ने हमारी भी एक ग़ज़ल चुरा रखी है...शुक्र है कि वो ग़ज़ल पहले से ही मेरे नाम से "वागर्थ" में प्रकाशित हो रखी है, नहीं तो जैसे कुछ दिनों पहले हरकीरत जी से पूछा जा रहा था कि क्या सबूत है कि ये रचना आपकी है, कहीं नेरे से भी पूछा जाने लगता...
जवाब देंहटाएंआपके पोस्ट का ये आह्वान कुछ तो असर डाले...
शुभकामनाएँ..
जवाब देंहटाएंये भी अच्छा माल छांट कर ले जाते हैं।
जवाब देंहटाएंइस लिए हमे ज्यादा परेशान होने की जरुरत नही है।:)
हा हा हा शर्मा जी , ये आपने लाख टके की बात कही कि वे भी बढिया माल ही छांटते हैं ,अपन तो रेहडी पटरी वाल्रे हैं ,हाट बजार घूम घूम के अपना माल बेचेंगे ???
जवाब देंहटाएंअजय कुमार झा
:)
जवाब देंहटाएंपिच्चर अभी बाकी है मेरे दोस्त :)
जवाब देंहटाएंमकर संक्रांति कि हार्दिक शुभकामनाएं.
मकर संक्रांति की बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएँ!
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया लिखा है आपने!
मैने उसकी बहुत सी पोस्ट्स देखी जो कई मैने और ब्लाग्स पर पढी थी खास कर गज़लें यहां तक कि उसने दुशियन्त कुमार की गज़लें भी अपने नाम से लगा रखी हैं एक एक पहरे मे तीन तीन गज़लें हैं न कोई फुल स्टाप न कौमा बस गद्य मे लिखी हैं
जवाब देंहटाएंअच्छा लगा आपका व्यंग शुभकामनायें