एक प्याली चाय,
अक्सर मेरे,
भोर के सपनों को तोड़,
मेरी अर्धांगिनी,
के स्नेहिल यथार्थ की,
अनुभूति कराती है॥
एक प्याली चाय,
अक्सर,
बचाती है,
मेरा मान, जब,
असमय और अचानक,
आ जाता है,
घर कोई॥
एक प्याली चाय,
अक्सर,
बन जाती है,
बहाना,
हम कुछ ,
दोस्तों के,
मिल बैठ,
गप्पें हांकने का..
एक प्याली चाय,
अक्सर ,
देती है,
साथ मेरा,
रेलगाडी के,
बर्थ पर भी..
एक प्याली चाय,
अक्सर मुझे,
खींच ले जाती है,
राधे की,
छोटी दूकान पर,
जहाँ मिल जाता है,
एक अखबार भी पढने को॥
एक प्याली चाय,
कितना अलग अलग,
स्वाद देती है,
सर्दी में, गरमी में,
और रिमझिम ,
बरसात में भी॥
एक प्याली चाय,
को थामा हुआ,
है मैंने,या की,
उसने ही ,
थाम रखी है,
मेरी जिंदगी,
मैं अक्सर सोचता हूँ ......
रूप चाय के हैं कई अच्छा किया बखान।
जवाब देंहटाएंनहीं मिले तो मुश्किलें चाय मिले वरदान।।
सादर
श्यामल सुमन
09955373288
मुश्किलों से भागने की अपनी फितरत है नहीं।
कोशिशें गर दिल से हो तो जल उठेगी खुद शमां।।
www.manoramsuman.blogspot.com
shyamalsuman@gmail.com
sach me
जवाब देंहटाएंek pyali chay
kitna kuch de jati hai
सचमुच बहुत काम की है ये एक प्याली चाय ... बखूबी अभिव्यक्ति दी है आपने ... बधाई।
जवाब देंहटाएंकभी लगता है कि चाय से ही जीवन है। हालाँकि पिछले 17 बरस से नहीं पी है।
जवाब देंहटाएंभिखारी पसंद आया।
जवाब देंहटाएंचाय के बिना तो ज़िन्दगी अधुरी है.......
जवाब देंहटाएंaap logon kaa bahut bahut dhanyavaad, padhne aur saraahne ke liye bhee, dinesh jee kamal hai aapne satrah varshon se chaay nahin pee hai to kya nimbu panee lete hain....
जवाब देंहटाएंएक प्याली चाय..
जवाब देंहटाएंथामे थामे पढ़ गये..
अब टिपिया रहे हैं..
-क्या क्या रंग हैं भई इसके.
चाय..
जवाब देंहटाएंचुस्कियाँ जिंदगी की....
जवाब देंहटाएंआहहाहाहा, बहुत खूब अजय जी
bahut khoob.
जवाब देंहटाएंkaka hathrasi kah hi gaye hain -
"ekhi sadhe sab sadhe sab sadhe sab jaay
doodh dahi phal anna jal chhod pijiye chaay."