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शुक्रवार, 14 नवंबर 2008

पढियेगा जरूर , सब एक्सक्लूसिव है

का बात है झा बाबु, सब कुछ एक्सक्लूसिव है ,लगता है आप भी इंडिया टी वी से इंस्पायर हो गए हैं, जहाँ कभी भगवान् अवतार ले लेते हैं, तो कभी भूत प्रकट हो जाते हैं, और वो भी एक्सक्लूसिव, बस बेचारों को इंसानों से जुडी कोई ख़बर ही नहीं मिलती, क्यों ? कहिये क्या क्या ख़बर है आज, सुना है की आज तो आप लोगों पर एक और टैप जारी हुआ है जिसमें राज फाश किया गया है की आप भैया लोगों को केक बना कर काटा जा रहा है , ऊ भी चाकू लहरा लहरा के।

अरे नहीं भाई, इस बात को इतना सेरिअस्ली लेने का कौनो जरूरत नहीं है, दरअसल हम लोग बहुत पहले से ई बात सोचे थे की अपना प्रेम किसी न किसी माध्यम से जरूर दिखाएँगे। जैसे अब लीजिये हमारे प्रोग्राम सुनिए, हम लोग जल्दी ही एक लिट्टी बनाने जा रहे हैं, ( भैया लोग लिट्टी समझ गए होंगे ) जिसके अन्दर सुआ घुसा घुसा कर उसको इतनी देर तक आग पर पकाएंगे की पूरा प्रेम जग जाहिर हो जायेगा, मगर उसका टैप सिर्फ़ इंडिया टी वी को ही मिलेगा, आख़िर ऊ हमारे मीडिया पार्टनर हैं न।
सीरियल पिक्चर खुलवाओ न राज भाई
सर सुना है कि, कुछ सीरियल पिक्चर को लेकर भी आपकी कोई कहबर एक्सक्लूसिव नेउस है,

हाँ , भाई, दरअसल हमरे मित्र बालाजी यादव ( अरे टेली फिल्म्स वाले नहीं ) बहुत परेशान हैं भाई, आकर कहने लगे, का बताएं भैया झाजी, ई ससुरा सेरिअल्वा सब जब से बाद हुआ है घर में रोज ही क्लेश रहने लगा है,
हमें आश्चर्य हुआ, हमने कहा , क्यों अब तो उल्टे शांती रहेनी चाहिए थी।
अरे कहाँ, दरअसल पहले माता जी और श्रीमती जी सीरियल की कहानी और पात्रों को लेकर, उनके चक्कर और शादी वैगेरह को लेकर ही बात करती थी, अब कुछ आ नहीं रहा इसलिए आपस में भिड जाती हैं जब तब। हमने तो इसका उपाय भी निकाला और सबको लेकर चले गए पिक्चर देखने, कोई विद्रोही, वतन द्रोही नाम की ;पिक्चर लगी थी,
कमाल है , हाँ भाई अब इस समय कोई देशभक्त , और क्रांतिकारियों पर पिक्चर तो बनने से रहा।
अरे सुनिए तो , पिक्चर भी नहीं देख पाये, सुना है किसी ने बंद करवा दी है। पता चला कि ई सब आपके मित्र का किया धारा है, काहे , ई सब राज की बात है।

देखिये, हमें तो नहीं लगता कि ऊ ई सीरियल और पिक्चर सब खुलवा पायेंगे।ई सब से उन्क्य क्या लेना देना ?

ई तो आप हमें ठग रहे हैं, आप ही बताइये, जेट वाला हड़ताल से उनका का लेना देना था, वही खुलवाये थे न, हमें तो पता चला है कि हड़ताल खुलवाने में वो इतने एक्सपर्ट हो गए हैं कि सरकार उनको औथोराईज्द हड़ताल खोलू का लाईसंस देने जा रही है।

देखिये हम सीरियल सब तो चालू करवा देंगे ,मगर ऊ सब हिन्दी में नहीं होगा, दोस्त को हिन्दी समझ में नहीं आती है इसलिए कहिये तो मराठी में चालू करवा दें.............
बाल दिवस पर लकी नहीं लखी
इतने में मीडिया पार्टनर आ गए, कहे झा जी आज बाल दिवस पर कुछ नहीं कहे आप, देखिये तो बच्चा सब कितना लकी है आज, कितना सारा सुविधा, कितना ग्लैमर, पैसा मिल रहा है, है कि नहीं लकी।
बस बेटा बहुत हुआ, लकी नहीं लखी है ( आपको बताते चलें कि लखी एक नाबालिग बच्ची है जिसे हाल ही में उसके मालिक और मालकिन ने बुरी तरह मारा पीता, ख़बर भी सब तरफ़ आयी मगर उनका कुछ हुआ नहीं, हमेशा कि तरह ), तुम लोगों को हर घर में एक लकी के साथ बुधिया, चम्पू, छोटू, ननकू, जैसे लखी भी मिल जायेंगे।
मगर सर, आख़िर क़ानून को ये बाल मजदूर दिखाई क्यों नहीं देते ?
यार तुम भी कमाल करते हो, जब कानून को लंबे चौडे, तगडे , मुजरिम दिखाई नहीं देते तो फ़िर इन बेचारे बाल मजदूरों का तो साईज ही छोटा है।

चलिए अब बंद कीजिये ई अपना ब्रेकिंग न्यूज़

रविवार, 2 नवंबर 2008

कुछ बेतुकी, और अनाप शनाप बातें

आप सोच रहे होंगे की ये क्या बात हुई ये, बताने की क्या जरूरत है कि कुछ बेतुकी बात कहने जा रहे हैं, आप वो भी आज जबकि आप तो रोज़ ही वही कहते हैं, तो मेरी विनती तो सिर्फ़ ये है कि सरकार आज कोई उचित शीर्षक नहीं मिला इन बातों को कहने के लिए सो लिख दिया, अब आप इसे झेलें,

दादा के बाद जम्बो ने भी संन्यास लिए :- ये तो पहले ही लग रहा था कि ये टेस्ट मैच इस बार बिना किसी परिणाम यानि हार जीत के ही ख़त्म हो जायेगा, मगर इसका परिणाम ऐसा निकलेगा, ये तो किसी ने कल्पना भी नहीं की थी। टेस्ट मैच के ख़त्म होते ही अपने जम्बो जी, अनिल कुंबले जी ने घोषणा कर दी कि वे संन्यास लेने जा रहे हैं, यानि अब वे क्रिकेट नहीं खेलेंगे, दादा के बाद ये दूसरा संन्यास उनका भी थोडा चकित करने वाला था इनका भी अप्रत्याशित, दोनों के ही लिए एक बात तो कही जा सकती हैं कि खेल और कैरियर में दोनों ने वो सब कुछ हासिल किया जो किसी को भी चाहिए होता है, और भारीतय क्रिकेट के अनुरूप वो प्यार और उपेक्षा भी मिली, समय भी एक लिहाज से उपयुक्त ही था, तो दोनों के ही हमारी तरफ़ से शुबकामनाएं। हाँ लेकिन जम्बो ने जिस तरह से अचानक ये फैसला लेकर सबको सुना दिया वो बेचारे मीडिया वालों के लिए थोडा मुश्किल काम हो गया, वरना वे अपने सारी ताकत लगा कर अनिल के बारे में वो सब भी ढूंढ लाते जो शायद उन्हें भी नहीं पता होता।
और सबसे महत्वपूर्ण बात तो ये कि अब जब आस्ट्रेलिया वाले वापस जायेंगे तो जानते हैं क्या कहेंगे,जब उनसे इस दौरे की उपलब्धी के बारे में पूछा जायेगा तो,
" जी, अबसे हम हर साल भारत के दौरे पर जायेंगे और उनके एक दो खिलाडिओं को संन्यास दिला कर ही वापस आयेंगे, ये भी हमारी रणनीती का एक हिस्सा है "।

अभी और झेलिये "क्योंकि सास भी कभी बहू थी " :- अभी कल ही तो में एक पोस्ट लिख मारी थी कि अपनी बा, सास बहू वाली वोलेंत्री रिटायरमेंट लेकर जा रही हैं, और जल्दी ही ये धारावाहिक भी शायद हमारे बीच नहीं रहेगा, मैंने तो बेचारे कि दिवंगत आत्मा की शांती के लिए बाकायदा हवन भी रखवा लिए था, मगर आम आदमी के सपने कहाँ सच होते हैं जी, आज ही पता चला है कि इसकी निर्मात्री, माता एकता कपूर ने स्टार चैनल के ख़िलाफ़ ही मुकदमा ठोंक दिया है कि उनके इस धारावाहिक को जल्दी क्यों समाप्त किया जा रहा है, जी हाँ आपने बिल्कुल ठीक ही सुना है, जल्दी समाप्त किए जाने के खिलाफ ।
दरअसल उन्होंने सोच रखा था कि जब तक इस धारावाहिक के ख़िलाफ़ धरना प्रदर्शन, बैन .आदि नहीं होगा तब तक यूँ ही चलाते रहंगे, या शायद सोचा हो कि जब तक तुलसी और मिहिर, और कारन और पता नहीं कौन कौन की शादी दस दस बार तलाक बीस बीस बार और अफ्फैर भी बहुत बहुत बार नहीं दिखा देती, जब तक इस आधुनिक शान्तिनिकेतन में एक हज़ार एक लोगों की मैय्यत नहीं उठती और पता नहीं जितने भी मन्नतें हैं वो सारी नहीं पूरी हो जाती तब तक सास भी रहेगी और बहू भी और कभी भी नहीं, हमेशा हमेशा के लिए, तो तैयार हो जाएँ कुछ और दिन इसका मजा लेने के लिए।

बर्मूडा और चेकोस्लोवाकिया, ये देश हमेशा तुम्हारा ऋणी रहेगा :-
आप लोगों में से शायद कुछ लोगों को बर्मूडा का नाम ध्यान हो, मैं याद दिलाता हूँ, ये वही छोटा मगर उपकारी देश है जिस, एकमात्र देश को हमारे देश की क्रिकेट टीम ने पिछले विश्वा कप में हरा था और क्या खूब रिकोर्ड बना लिए थे, यदि ये देश न खेल रहा होता तो विश्वा कप से हम ज्यादा बेइज्जत होकर निकलते, खैर, तब सबने एक स्वर से इस देश के बलिदान और हमारे देश के प्रति इसके योगदान के लिए धन्यवाद दिया था। इदाहर कुछ दिनों से एक और देश ऐसा ही उपकार कर रहा है, आपने वो विज्ञापन देखा है जिसमें लोग मीठा इसलिए खा लेते हैं कि भारत के जीतते जीते चेकोस्लोवाकिया जीत जाता है, मुझे ये तो उस विज्ञापन देख कर नहीं पता चला कि किस खेल में भारत उससे हार गया, मगर लोगों की खुशी और मीठा खाते देख कर इस बात को जानने की कोशिश भी नहीं की, कुछ अछा ही रहा होगा।
दूसरा विज्ञापन है कि यदि आपका बच्चा यदि ठीक ठीक चेकोस्लोवाकिया बोल लेता है तो समजिये कि आपकी बीमा राशि भारी भरकम होगी, हाँ उस विज्ञापन में भी ये नहीं बताया गया कि आख़िर बच्चा ही ये बोलने की कोशिश क्यों करे जबकि मैं तो दावे के साथ कअह सकता हूँ कि हमारे तो कई बड़े, अजी बड़े छोडिये, नेता और मंतरी भी चेकोस्लोवाकिया नहीं बोल सकते, और फ़िर उस देश के नाम से बीमा का क्या सम्बन्ध। खैर जो भी इतना तो तय है कि रूस कि तरह ये दोनों देश भी हमारे अभिन्न मित्र बनते जा रहे हैं। आज ही नक्शे में दोनों को ढूँढने की कोशिश करूंगा , आप भी करें.......

शनिवार, 1 नवंबर 2008

बा कहेंगी बाय बाय (क्यांकि सास भी कभी बहु थी को श्रधांजलि )

अजी भारतीय टेलीविजन जगत में इन दिनों बस यही ख़बर सब तरफ़ फ़ैली हुई है की बा , अजी अपनी बा, क्या भाई, वही सास भी कभी बहू थी, सदियों पुराना धारावाहिक , की बा, वो अब बाय बाय कहने जा रही हैं, और खाली बैठे न्यूज चैनेल ( जैसा की वे हमेशा रहते हैं ) इस पर तरह तरह की परिचर्चाएं आयोजित करवा रहे हैं, कुछ एक्सक्लूसिव खबरें भी आ रही हैं, मसलन कहीं बा भी दादा, अजी अपने सौरभ दादा के संन्यास से प्रेरित होकर तो ऐसा नहीं कर रही हैं, वैगेरह वैगेरह।
तो फायनली उन्होंने २०५ वर्षों की जिंदगी ( नहीं उनके उम्र के बारे में ये महज एक अंदाजा भर है , क्योंकि उनकी उम्र का ठीक ठीक आकलन करने के लिए लगाए गए गणितज्ञों ने इस काम से ये कह कर पीछा छुडा लिया की इससे आसान तो शेयर मारकाट के डूबने की वजह तलाशना है ) जीने के बाद अचानक इसे छोड़ने का मन बना लिया , वैसे उन्हें ऊपर बुलाने के लिए ख़ुद उनके पति , बापूजी को नीची आना पड़ा, जब उनसे पूछा गया इस बारे में तो उन्होंने कहा , अजीब हाल वहां ऊपर सारा रेकोर्ड, अपडेट कराये, सभी जगह की बुकिंग कराये हुए भी सालों बीत गए और बा का कहीं कोई इरादा न देख मुझे मजबूर होकर ऊपर से नीचे आना पड़ा।
वैसे इसके पीची और भी कुछ वजह बतायी जा रही है, उनका कहना है की जिस तुलसी के साथ उन्होंने ये सफर शुरू किया था उसमें उन्होंने अपने आंसुओं से इतना पानी डाला की अब वो तुलसी एक बरगद के पेड़ की तरह हो गयी है, सो उनका काम ख़त्म हुआ।
एक दूसरी बात ये सूनी जा रही है की बा आजकल बहुत कन्फ्यूज हो जाती हैं, उन्हें यही पता नहीं चलता की कौन किसी पत्नी है, किउन किसका बेटा, और किसका चक्कर किसके साथ चल रहा है, कई बार तो शूटिंग के दौरान उन्होंने भाई बेहें को ही दूधो नहाओ पूतो फलो का आशीर्वाद दे दिया, वैसे इसमें बा का क्या कसूर , जब दर्शकों को भी ये पता नहीं चल रहा है,
सुना तो ये भी गया है की, बा को बुढ़िया तुलसी का रोल ऑफर किया गया, कहा गया की तुलसी तो एक ऐसा किरदार बन गया है जो कोई भी कभी भी आ कर कर सकता है, मगर दिक्कत ये आयी की मिहिर जो दिन पर दिन जवान होते जा रहे हैं वे जब कभइन कभी गलती से अभी वाली तुलसी से आशीर्वाद ले लेते हैं तो बा के तुलसी बन्ने पर क्या कर लेंगे।
एक सबसे पुख्ता ख़बर ये भी है की शायद बा को नाच बुधिये , ओल्ड बॉस जैसे नए धारावाहिक में काम करने का ऑफर मिल रहा है,

अब इतनी सारी बातों के बीच से सच कौन सा है , ये तो वक्त ही बताएगा, मगर फिलहाल तो हकीकत यही है की बा हमें बाय बाय करने जा रही हैं, हमरी गुड विशेस उनके साथ हैं
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