इस चिट्ठे पर अपनी पिछली पोस्ट मैंने कुछ अच्छे बातें जो कहीं पढने को मिली थी , उन्हें आपसे बांटा था, आज उसी सिलसिले को आगे बढाते हुए कुछ और अच्छी अच्छी बातें हो जाएँ :-
जीतने के लिए चीज़ है प्रेम
पीने के लिए चीज़ है क्रोध
खाने के लिए चीज़ है गम
देने के लिए चीज़ है दान
दिखाने के लिए चीज़ दया
लेने के लिए चीज़ है ज्ञान
कहने के लिए चीज़ है सत्य
रखने के लिए चीज़ है इज्ज़त
फेंकने के लिए चीज़ है ईर्ष्या
छोड़ने के लिए चीज़ है मोह
और धन के पीछे पीछे अंधों की तरह भागने वालों के लिए भी है
धन से पुस्तक मिल सकती है , मगर ज्ञान नहीं।
धन से आभूषण मिल सकता है , मगर रूप नहीं।
धन से सुख मिल सकता है, मगर आनंद नहीं।
धन से साथी मिल सकता है, मगर सच्चा दोस्त नहीं।
धन से भोजन मिल सकता है, मगर भूख नहीं।
धन से दवा मिल सकती है, मगर स्वास्थ्य नहीं।
धन से एकांत मिल सकता है, मगर शान्ति नहीं।
धन से बिस्तर मिल सकता है, मगर नींद नहीं.
इतने सारे सदुपदेश.
जवाब देंहटाएंग्रहण कर लें तो जीवन संवर जाए.
आभार.
आभार.
जवाब देंहटाएंaap dono kaa bahut bahut dhanyavaad.
जवाब देंहटाएंमनुष्य इन्ही सब मे उलझा रहता है ।
जवाब देंहटाएंकाश मनुष्य ये सारी अच्छी बातें अपना ले।
manushye ki aakanshaye kabhi bhi puri nhi hoti, use chahe jitna bhi mil jaye kam hi lagta hai.ye toh manushye ki niyti hai.
जवाब देंहटाएंAapkaa blog padhke bada achha laga!!Kavitayen achhe hain!!
जवाब देंहटाएंTippaneeke liye dhanyawad!
Shama
aap dono kaa blog par aanaa aur tippnni karnaa achha laga. dhanyavad.
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