रविवार, 14 जून 2009

स्वप्नलोक (विवेक भाई ) की वापसी :सपने फिर आने लगे





इस ब्लॉग्गिंग का प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष प्रभाव अब तो जीवन पर पड़ने ही लगा है..ये बात तो कब की प्रमाणित हो गयी है....लीजिये एक और घटना आपके सामने पेश है..कल सुबह सुबह ही पता चल गया की विवेक भाई की वापसी हो गयी है..मतलब उनके साथ साथ स्वप्न लोक में घूमने का मौका भी दोबारा मिलने लगेगा...पूरे दिन यही बात पहले पन्ने पर टंगी रही ...बस घुस गयी दिमाग में....आप यकीन करेंगे...पूरी रात न जाने कैसे कैसे और कितने सपने आ गए...जितने याद है .बताता हूँ...मगर आपको बताने से पहले चिटठा सिंग को भी सुनाये थे सारे सपने...उनके स्वप्न फल के साथ सुनाता हूँ..




उड़नतश्तरी फौलो कर रही है :- मैंने पहला सपना देखा ...(जब भी ब्लॉग जगत से सम्बंधित कोई ..कुछ भी देखता..सुनता...लिखता हूँ..पता नहीं कैसे उड़नतश्तरी की एंट्री हो ही जाती है ) की अनजान ...गोलमगोल सी गुदगुदाती सी प्रानीनुमा वास्तु मुझे और मेरे चिट्ठे को फौलो करने लगी है..पहले तो मैं डर गया ....फिर खुश हुआ की अरे इंसानों की छोडो ....एक एलियन मुझे फौलो कर रही है....क्या एक्सक्लूसिव खबर है....मैंने इस खबर को और भी एक्सक्लुसिव बनाने के लिए ...सोचा की क्यूँ न मैं ही उड़नतश्तरी को फौलो करने लगूँ ...मगर ये भला कहाँ संभव था ...कहीं कोई जुगाड़ ही नहीं मिला...कुछ और देखता..सपने में कॉमर्शियल ब्रेक आ गया ..

जब चिटठा सिंग जी से
स्वप्न फल पूछा तो जवाब मिला ....बेटा तेरा कुछ नहीं हो सकता तुझे तो उड़नतश्तरी से प्यार हो गया है...जल्दी से वीजा बनवा ले ..कनाडे जाने का योग बन रहा है...वहीं फौलो शौलो करियो उन्हें ...

2.
गोलू पांडे और राम प्यारी का रिश्ता तय हो गया है :- दूसरा सपना साहित्यिक था...गोलू पांडे(लीजिये गोलू पाण्डे को नहीं जानते ,,ये श्वान कुमार ज्ञान जी के यहाँ के निवासी हैं ) ने अभी हाल ही में साहित्य चबाया था और साहित्य का स्वाद उनके मन को काफी भाया ..इसे बीच खबर मिली थी की राम प्यारी (अरे वही ताऊ की प्यारी और कुंवारी बिल्लन ) ने भी रामायण महाभारत पढना शुरू कर दिया है ...कमबख्त उनमें से ही पहेलियाँ भी पूछ रही है , सो यही पढ़ कर सोया ..देखा की मुझे उन दोनों का पवित्र रिश्ता करवाने की जिम्मेदारी दी जा रही है ताकि उसके भी सात फेरे हो सकें..

स्वप्न फल :- बेटा रिश्ता तय नहीं होने की स्थिति में ..गोलू पाण्डे जी के काटने के उपरांत लगने वाले चौदह इंजेक्शन...अभी खरीद कर रख लो....और हाँ दूकान पर ये भी पूछ लेना की बिल्ली पंजा मारे तो क्या दवाई खानी होती है ?

३.
तीसरा सपना .... आशीष भाई से इस मसले पर बातचीत चल रही थी की ताऊ की पहेलियों को हल करने के लिए ..बिल्लन को मछली खिला कर ...क्यूँ न उनकी एल्बम फोटू वाली पार कर ली जाए...तो हर हफ्ते ताऊ के ताऊ ही बने रहेंगे ....यही सोचते सोचते सोया ...देखा की आशीष भाई ने चुपके चुपके एक ऐसा गजेट कर लिया है की जिस से अनाम तिप्प्न्निकारों की पहचान ...सामने आ जायेगी ..मैं तो उछल पड़ा...नीचे पहुँच गया......

स्वप्न फल :- तू तो बेटा ब्लॉग्गिंग का विश्व युद्ध करवाने पर तुल गया है....जल्दी ही हिंदी ब्लॉग्गिंग का स्तर .... .अंतर्राष्ट्रीय होने वाला है...इतनी थूकम फाजीहत होगी की हिंदी ब्लॉग्गिंग पूरे विश्व में प्रसिद्द हो जायेगी ..और कुछ सफ़ेद प्सोशों का नाम भी खुल सकता है...

4. चौथा सपना ...मैंने देखा की मैंने भी एक पोस्ट ठेली ऐसी की द्विवेदी जी ने मुझे भी मेल किया ....मगर मैं क्यूँ मानता..मैं नहीं माना...कुछ दिनों बाद ...मुझे पर एक मुकदमा हुआ....चारों तरफ मेरे नाम की चर्चा हुई...मैं देश का पहला ऐसा ब्लॉगर नहीं शायद दूसरा या तीसरा ब्लॉगर बन गया....मगर हिंदी का पहला...जिसे अपनी पोस्ट के कारण सजा मिली...मेरा नाम और भी बढ़ गया...फिर मुझ पर और भी मुकदमें हुए ...जितना नाम होता गया..मुक़दमे बढ़ते गए...और मैं उस नाम के साथ जेल में बैठा ब्लॉग्गिंग कर रहा हूँ....मुहीम सफल हो रही है ...फ़ट्टे पर इजो जो चढ़े ..सब जेल जाने को उतावले हो रहे हैं..............

स्वप्न फल :- कब देखा था.....सुबह सुबह ...बेटा तू तो तैयारी कर ही ले फेमस होने की.......मगर हाँ सलाह न मान मर तूने सबका ..मान सम्मान बढा दिया है....

इअरे कहाँ चले .....
नींद अभी बांकी है मेरे दोस्त............और सपने भी.....

20 टिप्‍पणियां:

  1. इस नई शैली की पोस्ट के लिए। इस पोस्ट में लिंक लगा दिए होते तो यह एक अनोखी चिट्ठा चर्चा हो लेती। सपने जारी रहें।

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  2. बहुत अच्छी पोस्ट.. मजा आया..

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  3. दिनेश जी..इत्ता ही आता होता तो क्या बात थी कोशिश जारी है..जल्दी ही चर्चा भी लिखने का प्रयास करूंगा..

    विवेक भाई...भई ..कंधा ऐसा हो तो हो जो बन्दूक उठा सके..अपना तो बड़ी मुश्किल से ये चिटठा ही उठा पाता है ..

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  4. मजेदार प्रविष्टि । एकदम नयी । धन्यवाद ।

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  5. Hamne Bhi Aapke Sapne Mahsoos Kiya per Jaagte Hue. Maja Aaya Padhkar. Badhayi

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  6. सपना सच हो जाये तो क्या हो ? मजेदार पोस्ट .

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  7. हैरान परेशान इन्सान भी आपके ब्लौग पर आये, तो थोडी देर के लिये परेशानी भूल जाये.....बधाई.शब्दों को यदि बोल्ड नहीं करेंगे,यानि ’लाइट’ ही रहने देंगे तो लाइनें आपस में सटेंगीं नहीं, यदि चाहें तो ऐसा करें.

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  8. अरे क्या कलम का कमाल सपने मै भी चल रहे हो, आप का जबब नही मजा आ गया.एक अच्छी पोस्ट के लिये, धन्यवाद

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  9. भाई जब इस तरियां के सुपने आण लाग्ज्यां तो मर्ज घणा ही बढा हुआ लागे मन्नै तो. तेरा इलाज नही हो सकदा इब तो. और इब्बी तो और घणे सपने आणे बाकी सैं. :)

    रामराम.

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  10. आपकी ख़ूबसूरत पंक्तियों का तो जवाब नहीं! शुक्रिया!
    वाह वाह क्या बात है! बहुत बढ़िया और मज़ेदार पोस्ट लिखा है आपने!

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  11. देखो खूब सपने देखो..हम तो फॉलो कर ही रहे हैं..दायें बायें न होने देंगे. :)

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  12. भइये, किसी डाक्‍टर से सम्‍पर्क करो, तभी कल्‍याण होगा।

    -Zakir Ali ‘Rajnish’
    { Secretary-TSALIIM & SBAI }

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  13. विवेक जी की कमी बहुत खल रही है...कब लौट रहें हैं वो वापस...??? सपने भी कभी कभी सच हो जाते हैं...
    नीरज

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  14. mast sapna dekhte ho bhai.......hame bhi apne sapno se avgat karane ka dhanyawaad

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  15. भाई,अजय जी
    आप तो लिखना बंदगी हो गयी है,
    और ब्लॉग जिंदगी हो गयी है.

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मैंने तो जो कहना था कह दिया...और अब बारी आपकी है..जो भी लगे..बिलकुल स्पष्ट कहिये ..मैं आपको भी पढ़ना चाहता हूँ......और अपने लिखे को जानने के लिए आपकी प्रतिक्रियाओं से बेहतर और क्या हो सकता है भला

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