जी हां , मुझे जानने वाले अच्छी तरह समझ चुके होंगे कि मेरा ईशारा किस तरफ़ है ............और फ़िर जहां झा जी हों, वहां ब्लॉग बैठक की बात न हो ये हो नहीं सकता ......फ़िर चाहे इसके बदले में मुझे गुटबाज , घर से पैसे फ़ूंक कर तमाशा देखने वाला बेफ़कूफ़ , या कि बार बार ब्लॉगर बैठक करके उसकी रिपोर्टिंग कर कर के अपनी ब्लॉग पर रोते रहने वाला कहे .........या फ़िर एक और विवाद , एक और हंगामे , एक और मसाले को पैदा करने वाला .....या और भी कोई नाम देना चाहे ...खुशी से दे सकता है .....। ये ,मुझे जानने वाले बहुत अच्छी तरह जानते हैं कि बेशक हिंदी ब्लॉगिंग ..बहुतों को फ़ूंफ़ां लगती हो...बहुतों को इससे अलग कुछ और लगती हो ....मगर मुझे पूरा यकीन है कि आने वाले कुछ वर्षों में इसकी ताकत का एहसास सभी को हो ही जाएगा ..फ़िर चाहे वो सरकार हो या मीडिया ....और अपने इसी विश्वास को बार बार मैं खुद ही आजमाता हूं । यही कारण है ब्लॉग की दुनिया को ..आम दुनिया के सामने लाने के लिए मेरा प्रयास चलता रहता है ...कभी किसी बहाने से तो कभी किसी और बहाने से ।
इस बार की योजना कुछ अलग है ...फ़िलहाल कोई भी रूप रेखा तय नहीं हुई है ...इसलिए अभी कुछ भी कहना जल्दबाज़ी होगी । मगर मोटे मोटे तौर पर ये जान लें कि इस बार ..ब्लॉगर कार्यशाला आयोजित करने की योजना बन रही है । इसके यूं तो कई पहलू होंगे मगर ..जो खास होंगे वे ये कि .....इस बार मीडिया के मित्रों को सक्रिय भागीदारी और विमर्श/बहस के लिए आमंत्रित किया जाएगा .....और विषय होगा "हिंदी ब्लॉगिंग : मीडिया की धुर विरोधी , या मीडिया की पूरक ....संभावनाओं की तलाश "। इसके अलावा ............ब्लॉगिंग और ब्लॉगर्स के लिए ...स्पॉंसर्स की तलाश .............। क्या हिंदी ब्लॉगिंग ...वाकई ....अंग्रेजी ब्लॉगिंग के अनुरूप नहीं हो सकती .....विभिन्न समाचार माध्यम और हिंदी ब्लॉगिंग ....आदि विषयों पर न सिर्फ़ चर्चा करने की योजना है बल्कि ...इस बात की पूरी कोशिश की जाएगी कि ..कुछ न कुछ ऐसा जरूर निकल कर आए जो ..सार्थक कहा जा सके ।
यहां मैं ये बताता चलूं ...कि यदि किसी आखिरी निष्कर्ष पर नहीं भी पहुंचा जा सका तो भी ...कम से इतना प्रयास तो किया ही जाएगा कि ..हिंदी ब्लॉगिंग .........से पूरी दुनिया को रुबरू करवाया जा सके । ये कब ..कैसे ..कहां (मेरा मतलब दिल्ली में ही किसी स्थान से है ) होगा .....फ़िलहाल सब कुछ लूप में है ।
आप सबसे यहां ये बात बांटने के पीछे सिर्फ़ दो मकसद है । पहला ये कि एक ब्लॉगर के रूप में , आप इसके लिए खुद को तैयार कर लें । दूसरी और जरूरी बात ये कि ....इस विषय पर आपकी जो भी राय हो / सलाह हो .....या कोई योजना हो तो ..अवश्य ही बताएं । अभी तो फ़िलहाल सिर्फ़ इतना तय हुआ है कि ये आयोजन शायद .....नवंबर में या वर्षांत के दिनों में हो .........मुझे प्रतीक्षा रहेगी आपके विचारों की .......................
गुरुवार, 16 सितंबर 2010
दिल्ली ब्लॉगर्स करेंगे धमाल .........ब्लॉगर्स और मीडिया ...होंगे आमने सामने ...ब्लॉग मीडिया का विरोधी .....या ,कि बन सकता है ...पूरक मीडिया ..........
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बहुत नेक विचार लगे आपके, ईश्वर इस कार्य में आपको सफ़लता दे, यही शुभकामना है.
जवाब देंहटाएंरामराम.
सबसे पहले तो शुभकामनाएं .. सुझाव या विचार बाद में!!
जवाब देंहटाएंसफलता की अग्रिम शुभकामनाएं. और हां, ब्लाग तो इलेक्ट्रानिक मीडिया का ही एक दूसरा रूप नहीं है !(भले ही कुछ लोग आज इसे नकारा करें..).
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया. इस बार प्रयास करूंगा कि किसी प्रोग्राम को मिस नहीं कर दूं. मुझसे किसी भी प्रकार की अपेक्षा हो तो निःसंकोच कहें.
जवाब देंहटाएंis baar miss nahi karungi
जवाब देंहटाएंआपका प्रयास सफल हो ..शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंkoshish karenge hum bhi pahunchne kee... :)
जवाब देंहटाएंहार्दिक शुभकामनाएं इस प्रयास के लिए .........अगर अक्टूबर के आखिर में हुआ तो शामिल होने की पूरी कोशिश रहेगी !
जवाब देंहटाएंबहुत शुभ कामनाएँ इस ब्लॉगर मिलन की सफलता के लिये ।
जवाब देंहटाएंअरे भाई...१० नवम्बर तक तो रुको...आ रहा हू भई.. :)
जवाब देंहटाएंभावी ब्लॉगर मीट के लिए बहुत शुभकामनायें..!
जवाब देंहटाएंअजय जी बहुत ही सुन्दर और सार्थक प्रयास है आपका .लेकिन 10 नवम्बर तक रुक ही जाएँ तो अच्छा रहेगा क्योकि समीर जी आ रहें हैं और हमारी भी इक्षा है की समीर जी इस मीटिंग में जरूर हों ...
जवाब देंहटाएंआपकी सोच को सलाम! यहाँ तो हर कोई अपने लिए या अपने लिए सोचता है और एक आप हैं की सब के लिए सोच रहे हैं.... आपके प्रयास की सफलता के लिए बहुत-बहुत शुभकामनाएँ!
जवाब देंहटाएंभावी प्रभावी योजना के लिए बधाई व शुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंसफलता की अग्रिम शुभकामनाएं !
जवाब देंहटाएंमुझे लगता है ब्लोगर और मीडिया एक दुसरे के पूरक हैं।
जवाब देंहटाएंब्लाग ब्लाग है और मीडिया मीडिया . ब्लाग मीडिया की जगह नही ले सकता क्योकि ब्लाग का अभी कोई खरीददार नही .
जवाब देंहटाएंगुटबाजी फिर शुरू...??? :-))
जवाब देंहटाएंअब अपना वायदा ध्यान रखना इस बार अकेले खर्चा नहीं करोगे ! और हाँ एक सीट मेरी रिजर्व करो बालकनी ( सबसे पीछे ) में ..पुराने रसगुल्लों की याद आ रही है !
हार्दिक शुभकामनायें !
अच्छा तो रसगुल्लों का भी इंतजाम है वहां. फ़िर तो हम भी टपक पडूंगा, सतीश सक्सेना जी का बगल वाला सीट हमरे लिये बुक किया जाये.:)
जवाब देंहटाएंरामराम.
अच्छा तो रसगुल्लों का भी इंतजाम है वहां. फ़िर तो हम भी टपक पडूंगा, सतीश सक्सेना जी का बगल वाला सीट हमरे लिये बुक किया जाये.:)
जवाब देंहटाएंरामराम.
महत्वपूर्ण विषय चुना है आपने…
जवाब देंहटाएंब्लॉग, मीडिया का विरोधी नहीं बल्कि पूरक या कहें विकल्प बनकर रहेगा… ये बात और है कि मीडिया के दिग्गज अभी इसे सीरियसली नहीं ले रहे…
आपको कार्यशाला हेतु शुभकामनाएं…
Mubarak Ho , Ham jarur duniya ke samne aayenge .
जवाब देंहटाएंThanks
स्तूत्य प्रयास!!
जवाब देंहटाएंइस सराहनीय प्रयास के लिये शुभकामनायें जी
जवाब देंहटाएंप्रणाम स्वीकार करें
`यदि किसी आखिरी निष्कर्ष पर नहीं भी पहुंचा जा सका तो भी ...'
जवाब देंहटाएंवो अफ़साना जिसे अंजाम तक लाना न हो मुमकिन
उसे इक खूबसूरत मोड़ देकर छोड़ना अच्छा :)
महत्वपूर्ण प्रश्न उठेंगे।
जवाब देंहटाएंबढ़िया विचार :)
जवाब देंहटाएंजो भी प्रोग्राम बने जरुर सूचित करें ,हम तो जरुर आयेंगे !
वाह ब्लॉगिंग गुट और मीडिया गुट बहुत सही... अच्छा लग रहा है...
जवाब देंहटाएं:)
अच्छा है बहुत दिनों से कोई ब्लॉगर मीट के समाचार भी नहीं आ रहे हैं, अब लगा कि आपकी तरफ़ से ही खबर मिलेगी। बधाई आपको....
ये उत्तम योजना -परियोजना -महायोजना
जवाब देंहटाएंआपकी सफलतम संयोजना में
आपका स्वप्न
साकार
करे
_____________शुभ कामनाएं !
महत्वपूर्ण विषय चुना है आपने…
जवाब देंहटाएंब्लॉग, मीडिया का विरोधी नहीं बल्कि पूरक या कहें विकल्प बनकर रहेगा… ये बात और है कि मीडिया के दिग्गज अभी इसे सीरियसली नहीं ले रहे…sabhar s.chiplunkar
aap apne karya me nistha se lage rahen aur safal ho.
pranam.
खाना मिलेगा, पीना मिलेगा
जवाब देंहटाएंझा जी का न्योता है,
सब कुछ मिलेगा,
अरे नाचो मेरे यार, गाओ मेरे यार...
अरे ये क्या, नाच की मस्ती में कुछ छिछोरे कहां से घुस आए...हाथ में झा जी की चॉकलेटी फोटो भी ले रखी है...कह रहे हैं झा जी हमारे ई-मेल का जवाब न देकर हमारा दिल तोड़ देते हैं...जबकि अब तो सुप्रीम कोर्ट भी हमें गलत नहीं ठहराता...अरे बाप रे बाप, या इलाही....झा जी पर रहम कर...
जय हिंद...
लगे रहिये ।
जवाब देंहटाएं........सराहनीय प्रयास
जवाब देंहटाएंacha vichaar hai
जवाब देंहटाएं