"अरे आप तो बिल्कुल वैसे ही दिखते हैं जैसी फ़ोटो आपने अपनी प्रोफ़ाईल में लगाई हुई है "ये बात जब मैंने अपनी पहली ब्लोग्गर मीट एक साथी ब्लोग्गर के मुंह से सुनी थी तो बरबस ही मुस्कुरा उठा था । और पलट कर यही कहा था कि , ऐसा तो सबके साथ ही होता है । सब वैसे ही दिखते हैं जैसी उनकी फ़ोटो होती है , या यूं कहें कि फ़ोटो वैसी ही दिखती है जैसे हम खुद होते हैं । मगर बहुत बार ऐसा नहीं होता है । जैसे कि कई मित्र अपनी प्रोफ़ाईल फ़ोटो से बहुत ही अलग दिखे । खैर ये तो बात आई गई हो गई । मगर यकीनन तौर पर अपने बारें में मैं इतन अतो कह ही सकता हूं कि किसी भी तरह से मैं फ़ोटोजेनिक तो कतई नहीं रहा कभी भी । विवाह ,समारोह, आयोजनों , और भी तमाम उन स्थानों पर जहां सामूहिक फ़ोटो की गुंजाईश होती थी वहां मैं मजे में आपको आंखें मूंदे हुए दिख जाऊंगा । पता नहीं क्यों मगर मेरे साथ ऐसा अक्सर ही होता है ।प्रोफ़ाईल पर भी जो फ़ोटो मिली , वो मैंने जैसे तैसे चेप दी । क्योंकि पता था मुझे कौन सा शाहरूख खान या सलमान खान के खूबसूरत चेहरे की चाहत देखने वाले मुझे पढने के लिए आने वाले हैं वो तो अजय कुमार झा को ही पढने आएंगे । खैर इसी बीच पाबला जी का दिल्ली आना हुआ और उस ब्लोग्गर मीट के दौरान उन्होंने कब ये फ़ोटो खींच ली और किस कोण से खींची मुझे पता ही नहीं चला ,लेकिन जब घर में ही उस फ़ोटो की तारीफ़ हुई तो लगा कि ये वक्त सही है और इस फ़ोटो को प्रोफ़ाईल पर चेप दिया जाए । असली बात तो इसके बाद शुरू हुई ।चैट पर अक्सर कोई न कोई अजनबी मित्र आ ही जाता है , और अपनी आदत के अनुसार मैं भी तब तक उनकी बातों का जवाब देता रहता हूं जब तक कि सिलसिला उधर से बना रहता है । मगर अभी कुछ दिनों पहले तो एक ऐसा वाकया हुआ कि समझ ही नहीं आया कि उसे दिलचस्प कहूं या शौकिंग ।एक अजनबी ने खटकाया , अभिवादन होता इससे पहले ही उधर से कहा गया कि ,आप तो बडे क्यूट हैंजी शुक्रियाआपकी फ़ोटो की लुक तो गजब की है ,अब मैं चुहल के मूड में आ चुका था ,जी कभी कभी कैमरा भी गलती कर बैठता हैअरे नहीं नहीं सर सच में आपकी फ़ोटोलुक तो कमाल की है ,जी शुक्रिया , क्या आप भी लिखते हैं ( ये मेरा स्वाभाविक प्रश्न होता है ..उसी तरह से जैसे सावन के हरेक अंधे को हरा ही हरा दिखता है ..उसी तरह मुझे भी हरेक नेटिया मित्र ब्लोग्गर ही दिखता है )जी नहीं नहीं मैंने तो बस आपको और्कुट में देखा है , आप शादीशुदा हैं क्या ?अब माथा ठनका , लगा कि कोई युवती/महिला मित्र तो नहीं है , जी मैं शादीशुदा ही नहीं हूं बल्कि दो बच्चों का बाप हूं ।सर फ़ोटो से तो नहीं लगता , आप तो बहुत जवान दिखते हैं ?बात फ़िर वहीं की वहीं " क्या मैं आपको जानता हूं "? अब मैं कुछ भी कहने से पहले सशंकित हो चुका था इसलिए पूरी तरह आश्वस्त होना चाहता था ,कि कहीं कोई मेरी बैंड बजाने पर नहीं तुला हुआ है ?" अरे सर जान पहचान में कितनी देर लगती है , आईये कभी साथ साथ पिक्चर देखने चलते हैं , आपके शौक क्या क्या हैं , चलिए न कहीं इंज्वाय करते हैं । आप समझ रहे हैं न मैं क्या कह रहे हैं । कोई जरूरी थोडी है कि रोज घर में ही इंज्वाय किया जाए ? मैं यहीं दिल्ली में फ़लानी जगह पर काम करता हूं । देखिए न दुनिया कितनी फ़ास्ट हो गई है , और हम कितने पिछडे हुए हैं , सर आप समझ रहे हैं न मैं क्या कह रहा हूं , अपना फ़ोन नंबर दीजीए , किसी दिन प्रोग्राम बनाते हैं ...चैट पर वाक्य आते जा रहे थे ..और मेरे दिमाग में एक ही गान गूंज रहा था .....ओतेरेकि ........गेगेगेगे ..गे रे सायबा ......मैं चुपचाप वहां से निकल आया लौगआऊट हुआ और उसके बाद उन्हें ब्लौक कर दिया ।आप बहुत क्यूट हैं .......हा हा हा मेरे कानों में अब तक यही गूंज रहा था .....पाबला जी ..हाय कैसी फ़ोटो खींची आपने ..?????
सोमवार, 28 जून 2010
सर , आप तो बडे ही क्यूट हैं ......अजय कुमार झा
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
अजय भाई,
जवाब देंहटाएंलगते तो नहीं हो तो पता नहीं !?!?
क्यूट ........के बारे में नहीं कह रहे है .............वह तो आप है ही .............हम तो .........समझे ????.....ओतेरेकि ........गेगेगेगे ..गे रे सायबा !!!
हाय कैसा जमाना आ गया है, अब तो पुरुष भी सुरक्षित नहीं रहे। शायद कुछ दिनों में पुरुषों के लिए भी पर्दे की बात कहना शुरू हो जाए कि कपड़े ढंग से पहना करो। हा हा हा हा।
जवाब देंहटाएंहा हा हा ।अज से आपका चैट करना बन्द। अजित गुप्ता जी सही कह रही हैं। बहुत खूब पावला जी का धन्यवाद करें कि आपका?
जवाब देंहटाएंहा हा हा
जवाब देंहटाएंअजय जी जो बात आपने लिख डाली वह हम कह भी ना सके।
मेरे आर्कुट डीलिट करने का कारण यही था।
पता नहीं कौन कहां कहां से आ जाता है।
एक मुरख और है फ़ेस बुक पर,
उसका कोई इलाज होतो बताना।
जब भी वहां जाता हूँ, माथा खा जाता है।
hahaha bhaisahab ek geet yad aa raha hai.."bach k rahna re baba bach k rahna re...;-)"
जवाब देंहटाएंक्यूट तो आप हैं ही.... इसमें कोई शक ही नहीं..... पर यह इन्सिडेंट बड़ा मजेदार बताया आपने.... आदमी हूँ आदमी से प्यार करता हूँ.... पता नहीं आजकल लोगों को क्या हो गया है.... ही ही ही ही .... एक बार एक मुझे भी ट्रेन में मिला था.... बहुत मारा था.... गिरा गिरा के....
जवाब देंहटाएंहा हा.....अच्छा हुआ समझ गये दो चार लाईनवै में....न ससुरा न जाने कौन कौन बात बोल डालता :)
जवाब देंहटाएंहा हा!! हाय ये कौन छेड़ गया आपको... :) घर में उसके बाप भाई नहीं है क्या?? बेशरम कहीं का... :)
जवाब देंहटाएंHa,ha,ha!
जवाब देंहटाएंमजेदार !!
जवाब देंहटाएं.....ओतेरेकि ........गेगेगेगे ..गे रे सायबा
जवाब देंहटाएंha ha ha
क्या झा जी आप तो ऐसे न थे !! घूम आये होते !!
ही ही ही
एक बार एक आदमी हमको मिला वो बाईक से जा रहा था और मैं पैदल था, रात के साढ़े ग्यारह बज रहे थे.
उसने बाईक मेरे बगल में स्लो की और दो-चार बातें की. हम सामने दिख रहे शादी के पंडाल की ओर संकेत करके बोले हमको इसी में जाना है और दौड़ के घुसे !!
ई कुल न जाने कहंवा से आ जाते हैं !! हम तो ये सोचते हैं कि अगर सामने वो शादी का टेंट न होता तो हम कहाँ जाते !!
मुंह दिखाने के काबिल भी नहीं रहते !!
आप भी भाग लिये, अच्छा किये.
किसी दिन कौनो को पकडिये और हमको भी बुलाइए, और ज़रा कायदे से ठोंक दें कि फिर किसी को....
हाय दईया,
जवाब देंहटाएंअब कोई बेचारा आपकी मासूमियत पर मर मिट गया तो उसका क्या कसूर...;)
कम से कम साथ पिक्चर देखने तो चले ही जाते...
भाई अजय हमे तो पूरी पोस्ट और पूरी टिप्पणिया पढने के बाद सब कुछ समझ मे आया , वरना हम तो समझ रहे थे कि आप फिल्म बॉबी का गाना गा रहे हैं । हद हो गई यार यह तो ....।
जवाब देंहटाएंअजय भैयाजी,
जवाब देंहटाएंदोस्ताना पार्ट 2 के एक हीरो के लिए आपके नाम की सिफारिश करण जौहर को भेज रहा हूं...
वैसे अजित जी की सलाह पर गौर कीजिए, आगे से फोटो खिंचवानी हो तो नकाब पहन कर खिंचवाया कीजिए...
जय हिंद...
बचके रहना :)
जवाब देंहटाएंअब तक तो ऐसी बाते केवल टीवी पर ही देखी सुनी थी पर ये सब पढ़ कर तो आश्चर्य हो रहा है. शुक्र है भगवान का कि उसने हमें इतना क्यूट नहीं बनाया :-)
जवाब देंहटाएंसमाज का महत्वपूर्ण हिस्सा बन रहे हैं ये लोग ,बड़े शहरों में इनके क्लब हैं ।
जवाब देंहटाएंफोटो खींचने वाले हैं श्री पी0एस0 पाबला। क्यों न कोई हो बावला। पोस्ट बहुत ही बढ़िया। चिन्तन योग्य।
जवाब देंहटाएंबड़ी जल्दी डर गए यार ।
जवाब देंहटाएंऔर दिलाओ इनको न्यायालय से मान्यता ।
अब अपने अधिकारों का ही तो प्रयोग कर रहे हैं ।
हा हा हा ! इज्ज़त बचा कर रहना है तो फोटो हटा दीजिये ।
हो भैया अब तो आप भी सुरक्षित नहीं हैं :)
जवाब देंहटाएंसंभल के चैटिंग कीजिये ;)
हा हा
वैसे आप सही में बहुत क्यूट हैं :)
:-)
जवाब देंहटाएंअब क्यूट हैं तो क्यूट होने का हर्जाना भी भुगतना ज़रूरी है.......
:) :)...आपकी पोस्ट का असली मतलब तो अजित जी कि टिप्पणी पढ़ कर पता चला...थोडा पर्दा करना शुरू कर दो....मज़ेदार पोस्ट..
जवाब देंहटाएंहोशियार !
जवाब देंहटाएंअरे बाबा मेरे साथ अभी चार दिन पहले ही यह वाक्या हुआ है, कोई सज्जन बेंगलोर से मुझे गुगल मेल पर टकरा गये थे, उम्र २४ साल बताई ओर एम बी ऎ कर रहे थे, मेरे कहने के वाजूद की तुम मेरे बेटे के समान हो वो हद से आगे बढ रहे थे.... ओर मै समझ रहा था कोई दोस्त मुझे उल्लू बना रहा है, इस लिये मेने उसे डांटा नही बल्कि किसी तरह से बात को टाल कर बच निकला ओर सब से पहले उस की आई डी को ब्लांक किया....सच मै हम ने बहुत तरक्की कर ली है....:)
जवाब देंहटाएंबाबा बच के अब इज्जत खतरे मै है मर्दो की भी
हमारा भी यही विचार है कि आप सचमुच में क्यूट लगते हैं!
जवाब देंहटाएंहा हा हा
जवाब देंहटाएंbaat khatre ke nishaan se upar.......
जवाब देंहटाएंha ha ha ha
क्या भाई?...आपने तो क्लाईमैक्स से पहले ही 'दी एण्ड' का बोर्ड टांग दिया :-(
जवाब देंहटाएंनेट पर भी इज्ज़त पर हमला... हाय राम..
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंबाल-बाल बचे!
जवाब देंहटाएंआप भी न झा जी. बहुते क्यूट हो।
हा हा हा हा हा हा वैरी फनी ...............वैसे सोशल नेटवर्किंग साईट पर इन जैसे लोगो से बहुत परेशानी होती है गलती से कोई गलत इंसान एड हो जाये तो उसे झेलना मुश्किल हो जाता है अभी फेसबुक पर पिछले दिनों मेरे साथ ऐसा ही हुआ अब आलम ये है कि जब मैं अपने फेसबुक अकाउंट पर होती हूँ तो चेट ऑफ लाइन कर देती हूँ ! पता नहीं कब कहाँ से कौन सर खाने आ जाये !!!!!!
जवाब देंहटाएंआप सचमुच में क्यूट लगते हैं!
जवाब देंहटाएंहा हा हा!
जवाब देंहटाएंयहाँ भी नज़ला मुझ पर!?
अब वो बेचारा भी क्या करे आप हैं ही इतने क्यूट :-)
हा हा हा ... मिल लिए होते ... पोस्ट थोड़ी और लंबी हो जाती ... :)
जवाब देंहटाएंनई फोटो तो और क्यूट है :)
जवाब देंहटाएं