जी हां , अब तो मुझे लगने लगा है कि पिछले कुछ वर्षों से वर्षांत पर यकायक ब्लॉगर मिलनों की जो सिलसिला सा बनता जा रहा है वो अब धीरे धीरे एक परंपरा का रूप लेता जा रहा है । मित्र ब्लॉगर्स के आने के बहाने , तो कभी किसी और बहाने से मिलने मिलाने का दौर शुरू होता है तो फ़िर बस यादों की धरोहर का ऐसा खजाना जुडता है हिंदी अतंरजाल पर कि इसका आकर्षण तो भविष्य में आने वाले ब्लॉगर ही भली भांति समझेंगे । बस कल्पना कीजीए कि आज से दस साल बाद यानि सन दो हजार बीस में ..हमारे नए ब्लॉगर्स की पूरी ऐसी ही या इससे बहुत बडी मंडली किसी ब्लॉगर मिलन की चर्चा करते दिखेंगे और लिखेंगे कि देखिए आज से दस साल पहले भी ऐसी ही ब्लॉग बैठक आयोजित की गई थी तो सोचिए ..बस एक बार कल्पना करके देखिए कि कैसा अनुभव करेंगे आज के सभी मित्र ..है न दिलचस्प ।
तो चलिए सबसे पहले तो आपको ये बता दूं कि इसी सप्ताहांत पर दिल्ली ब्लॉगर फ़िर आपस में मिल बैठने वाले हैं .....हा हा हा जी हां इतने झमेले बवेले के बावजूद ...अब दिल तो दिल है सरकार ..जो अड गया दीदारे यार को तो फ़िर कहां मानता है बंदिशें और तोहमतों की फ़िक्र भी नहीं करता । अभी दिन और समय न ही स्थान कुछ भी तय नहीं हो पाया है ....बहुत सारे जुगाड भिडा कर कोशिश की जा रही है कि कम से कम जगह तो फ़ोकट की मिल ही जाए ...अन्य भत्ते तो वहां यूं ही निपटा लिए जाएंगे ....लेकिन बहुत जल्दी ही ये बता दिया जाएगा ...तो वहां पर एक ब्लॉग बैठकी का आयोजन होगा और हां विमर्श से लेकर बतकुच्चन तक के लिए पर्याप्त समय भी रहेगा सुबह ग्यारह बजे से शाम चार बजे तक का । खूब बैठे के बोल बतिया करेंगे ....और खींचेंगे ढेर सारी यादें सहेजने के लिए ।
अब दूसरी बात ...मैंने कई स्तरों पर ये प्रयास शुरू कर दिए हैं कि अगले वर्ष दिल्ली के विभिन्न विद्यालयों , और कॉलेजों में जाकर हिंदी ब्लॉगर्स की टीम बच्चों युवाओं को हिंदी ब्लॉगिंग के बारे में न सिर्फ़ बताएंगे बल्कि ज्यादा से ज्यादा ब्लॉगर्स बनें ये प्रयास करेंगे ...होगा क्या ....अजी सोचिए न जब ये पंद्रह हजार लोगों का स्वर पंद्रह लाख के रूप में उभर कर निकलेगा ...होगा जी ..यकीनन होगा । अभी तक के प्रयासों के प्रस्तावों पर जो प्रतिक्रिया मुझे मिली है मुझे लगता है कि प्रयास यकीनन परिणामदायक निकलेगा ।
अब एक और खबर भी सुन ही लीजीए , इस साल आप एग्रीगेटर को ढूंढते रहे , जबकि अमूमन तौर पर अन्य भाषाओं में एग्रीगेटर्स खुद ब्लॉगर्स को ढूंढते हैं एक अकेली हिंदी ब्लॉगिगं ही ऐसी है जिसमें ब्लॉगर्स एग्रीगेटर ढूंढते नज़र आते हैं । लेकिन कोई बात नहीं अगले साल, यदि मेरा अनुमान गलत नहीं तो हिंदी ब्लॉग पाठकों के लिए अगले साल कम से कम पांच नए , बढिया , तेज , नए तेवरों और शैली वाले एग्रीगेटर्स उपस्थित होंगे और स्थापित भी हो जाएंगे । चर्चाओं की रफ़्तार बढेगी और कई और प्रयोग अभी आपके सामने आएंगे । एक तो नए मौलिक और सिर्फ़ ब्लॉग खबरों पर आधारित ब्लॉग आपके बीच आएंगे जिनमें से एक मैं खुद लाऊंगा और नाम होगा ," ब्लॉगर बोला ब्लॉग से "। चलिए फ़िलहाल इतना ही । अगली पोस्ट में मैं ये बांटने की कोशिश करूंगा कि झा जी ने कैसा देखा हिंदी ब्लॉग्गिंग का २०१० ???
दिल्ली के ब्लोगेर दिल वाले. मुंबई के के ब्लोएग्र "समय नहीं" लगता है दिल्ली ही आना होगा ......
जवाब देंहटाएंअजय भाई लगे रहिये ... हार्दिक बधाइयाँ और शुभकामनाएं !
जवाब देंहटाएंअजय भाई मै तो इस मिलन मे नही पहुच पाऊंगा, लेकिन मेरा दिल,मेरी भावनाये वहां आप सब के साथ जरुर होगी, बहुत खुशी हुयी यह सब पढ कर,आप के होसल्ले को सलाम करता हुं, मेरे लायक कोई सेवा हो तो जरुर लिखे, आप सब को इस मिलन कॊ शुभकामनाये
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जवाब देंहटाएंबेहतरीन पोस्ट लेखन के बधाई !
आशा है कि अपने सार्थक लेखन से,आप इसी तरह, ब्लाग जगत को समृद्ध करेंगे।
आपकी पोस्ट की चर्चा ब्लाग4वार्ता पर है - देखें - 'मूर्ख' को भारत सरकार सम्मानित करेगी - ब्लॉग 4 वार्ता - शिवम् मिश्रा
अग्रिम शुभकामनायें.
जवाब देंहटाएंवर्षांत पर ही क्यों
जवाब देंहटाएंप्रत्येक दिन हिन्दी ब्लॉगरों के धमाल का नेक शुभारंभ हो और अगले वर्ष पांच नहीं, पचास नए एग्रीगेटरों के गेट खुलेंगे हिन्दी के ब्लॉग/ब्लॅागरों के लिए।
अविनाश मूर्ख है
Bahut Khub. Masum saheb dilli aaiye to sahi
जवाब देंहटाएंअमां अविनाश भाई ,
जवाब देंहटाएंसबसे पहले तो आपको बधाई, और यदि रोज बैठक करेंगे तो पोस्ट कब लिखेंगे पढेंगे हा हा हा
अगले साल कम से कम पांच नए , बढिया , तेज , नए तेवरों और शैली वाले एग्रीगेटर्स उपस्थित होंगे और स्थापित भी हो जाएंगे ।
जवाब देंहटाएंनए ब्लॉगर्स के लिए सबसे आवश्यक यही है .. आपलोगों को शुभकामनाएं !!
आपका स्वागत है मासूम भाई , दिल्ली है ही दिलवालों की , नेता इस वक्तव्य में इन्क्लूड नहीं हैं
जवाब देंहटाएंआपको अग्रिम बधाई।
जवाब देंहटाएंआपके तथा हर उस ब्लोगर के हर प्रयास का हार्दिक स्वागत है जो अपने प्रयासों से जनहित तथा देशहित में कुछ बदलाव लाना चाहतें हैं .....आगे बढिए ऐसे प्रयास की सख्त जरूरत है.....
जवाब देंहटाएंजानकारी के लिए शुक्रिया ...और शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंबैंगलोर में भी करवाइए एक ब्लॉग बैठक...और आप भी आइये...तब न मजा आएगा :)
जवाब देंहटाएंहम इंतजार करेंगे तेरा मिलने तक
जवाब देंहटाएंखुदा करे की ब्लागर मीटिंग हो और हम भी आयें
रत्नेश
लगे रहें, अन्त भला तो सब भला।
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत शुभकामनाये और बधाई…………जानकारी के लिये आभार्।
जवाब देंहटाएंशुभकामनाएं. सफल हों जी, बैठक में भी व एग्रीगेटर में भी.
जवाब देंहटाएंबहुत बधाई और शुभकामनाएं.
जवाब देंहटाएंरामराम.
होने दो धमाल होने दो
जवाब देंहटाएंअगले साल कम से कम पांच नए , बढिया , तेज , नए तेवरों और शैली वाले एग्रीगेटर्स उपस्थित होंगे और स्थापित भी हो जाएंगे ।
जवाब देंहटाएंनए ब्लॉगर्स के लिए सबसे आवश्यक यही है .. आपलोगों को शुभकामनाएं !!
meri bhi badi ichha hai aap sab se milne ki
जवाब देंहटाएंजबरदस्त घोषणा, झा जी. बड़ी जिम्मेदारी ले रहे हैं आप, हमारी बहुत-बहुत शुभकामनाएं, व्यग्रता से इंतजार है.
जवाब देंहटाएंअग्रिम शुभकामनायें ।
जवाब देंहटाएंखाना मिलेगा, पीना मिलेगा,
जवाब देंहटाएंझा जी का बुलावा है सब कुछ मिलेगा...
नाचो ब्लॉगर यार...
(नोट- यहां पीने का अर्थ सॉफ्ट ड्रिंक और जूस से लिया जाए)
जय हिंद...
भाई खुशदीप जी आप भी
जवाब देंहटाएंतिलयार में तिल के ताड़ से डर गए
पीने को जूस और ठंडे ड्रिंक तक सीमित कर गए
पीना तो विचारों का भी होता है
हिन्दी ब्लॉगर का वही तो जीना होता है
अजय जी अंतिम सप्ताह मत रखिएगा
उससे पहले कभी भी मिल लीजिएगा
आप तो भ्रमण कर के आ पहुंचे वापिस हैं
हमें तो जाने घूमने की इजाजत अवश्य दीजिएगा
दिसम्बर के आखिरी महीने में जहां गर्मी रहती है वहां सपरिवार घूमने आना चाहता हूं
अब दूसरी बात ...मैंने कई स्तरों पर ये प्रयास शुरू कर दिए हैं कि अगले वर्ष दिल्ली के विभिन्न विद्यालयों , और कॉलेजों में जाकर हिंदी ब्लॉगर्स की टीम बच्चों युवाओं को हिंदी ब्लॉगिंग के बारे में न सिर्फ़ बताएंगे बल्कि ज्यादा से ज्यादा ब्लॉगर्स बनें ये प्रयास करेंगे ...होगा क्या ....अजी सोचिए न जब ये पंद्रह हजार लोगों का स्वर पंद्रह लाख के रूप में उभर कर निकलेगा ...होगा जी ..यकीनन होगा । अभी तक के प्रयासों के प्रस्तावों पर जो प्रतिक्रिया मुझे मिली है मुझे लगता है कि प्रयास यकीनन परिणामदायक निकलेगा ।
जवाब देंहटाएंअजय क्या आप को नहीं लगता कॉलेज , स्कूल इत्यादि मे ये सब करना समय का दुरूपयोग होगा । ब्लोगिंग करने से बच्चो को क्या हासिल होगा और ख़ास कर हिंदी ब्लोगिंग से । हिंदी ब्लोगिंग को आगे ले जाना ठीक हैं पर क्या इस तरह शायद नहीं
रचना जी ,
जवाब देंहटाएंसबसे पहली बात तो ये कि अभी योजना गर्भ में ही है इसलिए इसके ठीक ठीक परिणाम का अंदाज़ा लगाना थोडा जल्दबाजी होगी । दूसरी बात यदि मैं गलत नहीं हूं तो अभी भी हिंदी ब्लॉगिंग में बहुत से छात्र छात्राएं हैं ही । स्कूल कॉलेज के विद्यार्थियों को ब्लॉग लेखन के प्रति और हां हिंदी ब्लॉग लेखन के प्रति उत्साहित करने के पीछे मेरी एक विशेष योजना और मंशा है जल्द ही उसे सामने लाऊंगा ।
हां , आपने ऐसा क्यों कहा कि "खास कर हिंदी ब्लॉगिंग में " ये मैं ठीक ठीक नहीं समझा ?
अनेक शुभकामनाएँ...लगे रहिये...उत्साहवर्धन होता रहे,
जवाब देंहटाएंबेहतरीन पोस्ट
जवाब देंहटाएं.....जानकारी के लिए शुक्रिया .
वर्षांत आ गया भाई
जवाब देंहटाएंवर्ष भी गया और वर्षा भी
वर्षारंभ आ जाएगा
जल्दी से डेट और स्थान
फिक्स करो भाई
उत्पाती ब्लॉगरों से
डरो मत
करो दिल्ली में ही
इंटरनेशनल ब्लॉगर सेमिनार
पूरे दिन का हो
जिसमें हो शामिल
क्या नर और क्या नार
सभी विधाओं के
जादू के ब्लॉगरबाज।
विजय जाधव का यूं चले जाना दुखद है
हार्दिक शुभकामनाऍं।
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छुई-मुई सी नाज़ुक...
कुँवर बच्चों के बचपन को बचालो।
अच्छा लगा !
जवाब देंहटाएंअच्छा लगा !
जवाब देंहटाएंअजय भाई, आपके पास मेरा नंबर तो होगा ही. मैं भूल न जाऊं या अन्यत्र व्यस्त न होजाऊँ इसलिए आप मुझे समय से बता देना की कहाँ मिलना तय हुआ है. किसी-किसी दिन मैं ब्लौग नहीं देख पाता हूँ इसलिए महत्वपूर्ण सूचना मिस हो जाती है.
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