मंगलवार, 26 जनवरी 2021

जोधपुर -राजपूताना विरासत को संजोए एक शांत शहर :सफर की चित्रमय झाँकी

 वर्षांत पर आखिरकार पूरे दो वर्षों के बाद सपरिवार , सड़क के रास्ते फिर शहर शहर घूमने का कार्यक्रम बन गया और इस बार तय किया गया कि जयपुर से आगे इस बार सफर जोधपुर की तरफ किया जाए।  राजस्थान की नरम नरम गर्मी और खुला खुला आसमान जैसे आवाज़ दे देकर बुला रहा था।  और हम कार द्वारा जयपुर होते हुए जोधपुर की अपनी पाँच दिनों की यात्रा पर खूबसूरत यादें सहेजने के लिए निकल पड़े।  

इस सफर और इसके पड़ावों , घूमी गई छोटी बड़ी जगहें , जोधपुर का खानपान , मिटटी वनस्पति सबकी चर्चा धीरे धीरे अपनी पोस्टों में करूंगा।  फिलहाल मेरे साथ जोधपुर घूमने के सिलसिले में आप आज सहेजे गए १००० से अधिक चित्रों में से कुछ चुंनिंदा तस्वीरों का आनंद लें।  


राजस्थान की शान 

रास्ते भर साथ निभाते चलते ये पहाड़ 

और बीच बीच में मिलते प्रभु 

हिन्दुस्तान की खूबसूरत इसके शहरों से बाहर ही है 

जाने कितने ही खूबसूरत स्थान 

राजस्थान की प्रसिद्द कठपुतलियाँ 

जोधपुर में बनते नए पर्यटक स्थल 

हमारे होटल की दीवार पर राजस्थानी छोरी 

जोधपुर का विख्यात घण्टाघर 

बीच बाजार चलते गजराज 

प्राकृतिक प्रचुरता से भरपूर जोधपुर 

अलग तरह की शुष्क वनस्पति , घास फूस 

जोधपुर के खूबसूरत और बेहद शांत झील 

आँखों से लेकर मन तक को शीतल करता झील का पानी 

राजस्थानी रजवाड़ों के वैभव का प्रतीक स्थापत्य 

आज भी एकदम अजूबा से प्रतीत होते विराट किले 

और पूरे रास्ते सड़क शहर और गाँव के साथ उनके बिलकुल पास चलते हरे भरे खेत 






चलिए , फिलहाल आप इन चित्रों का आनंद लें।  हम इस यात्रा पर आगे की पोस्टों में जरूर चलेंगे।  




2 टिप्‍पणियां:

  1. झील की नीलिमा ने मन मोह लिया। कभी गई नहीं लेकिन, वहाँ के वैभवशाली इमारतों और ख़ूबसूरती के बारे में सुना है।

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मैंने तो जो कहना था कह दिया...और अब बारी आपकी है..जो भी लगे..बिलकुल स्पष्ट कहिये ..मैं आपको भी पढ़ना चाहता हूँ......और अपने लिखे को जानने के लिए आपकी प्रतिक्रियाओं से बेहतर और क्या हो सकता है भला