सामयिक चिन्तन से भरी पोस्ट। चिन्ता भी है।
अगर ऐसा होता है तो सच में चिंता का विषय है लेकिन बेकअप कैसे हो ब्लॉग का...बहुत मुश्किल काम है...
चिंता ठीक है ...कुछ और सुझाव दें अजय भाई ! इस पर बैठक कर सरकार को प्रतिवेदन भी दिया जा सकता है !
मैंने तो जो कहना था कह दिया...और अब बारी आपकी है..जो भी लगे..बिलकुल स्पष्ट कहिये ..मैं आपको भी पढ़ना चाहता हूँ......और अपने लिखे को जानने के लिए आपकी प्रतिक्रियाओं से बेहतर और क्या हो सकता है भला
सामयिक चिन्तन से भरी पोस्ट। चिन्ता भी है।
जवाब देंहटाएंअगर ऐसा होता है तो सच में चिंता का विषय है लेकिन बेकअप कैसे हो ब्लॉग का...बहुत मुश्किल काम है...
जवाब देंहटाएंचिंता ठीक है ...कुछ और सुझाव दें अजय भाई ! इस पर बैठक कर सरकार को प्रतिवेदन भी दिया जा सकता है !
जवाब देंहटाएं