tag:blogger.com,1999:blog-7089285769560975105.post1177209348596119286..comments2023-10-24T14:27:17.400+05:30Comments on बुकमार्क ... : निरूपमा ..तुम्हें अपने आप को यूं मरने नहीं देना चाहिए था ...अजय कुमार झाअजय कुमार झाhttp://www.blogger.com/profile/16451273945870935357noreply@blogger.comBlogger23125tag:blogger.com,1999:blog-7089285769560975105.post-40521799451481741972010-12-16T15:52:56.569+05:302010-12-16T15:52:56.569+05:30sahi kaha aapne..........vichrneya prastutisahi kaha aapne..........vichrneya prastutiउपेन्द्र नाथhttps://www.blogger.com/profile/07603216151835286501noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7089285769560975105.post-35910590831157179762010-12-15T17:42:33.323+05:302010-12-15T17:42:33.323+05:30ना तो इस मुद्दे पर आपको मेरा समर्थन है और ना ही वि...ना तो इस मुद्दे पर आपको मेरा समर्थन है और ना ही विरोध क्योंकि ये बहुत uljhaun मामला है...जहान भाई तो खुद प्रेम पर प्रेम कि पीगें मारने को आजाद है..लेकिन जब बहन जाती है कहीं प्रेम कि पींगे मारने तो वही भाई...हाथ में हांकी और छुरे लेकर पहुच जाता है ....इसलिए मैं कुछ ज्यादे कहने कि स्थिति में नहीं हूँ....हाँ इस बात का भी मैं समर्थन नहीं कर सकता कि निरूपमा मर गई इसलिए अब प्रियभांशुको भी सबकुछ छोड़ कर केवल शोक ही करना चाहिए...माफ़ कीजिये टीवी स्क्रीन पर केवल किसी कि प्रेमिका या कोई परिजन मर गया है या किसी अन्य तरह कि ट्रेजडी का शिकार हो गया .. इसलिए उसे शहीदाना चेहरा लेकर रिपोर्टिंग करने कि जिन्दगी भर आज़ादी कोई चैनल नहीं दे सकता.....पेट भरने के लिए....और जिन्दगी जीने के लिए किसी भी प्रियभांशु को मुस्कान चेहरे पर लाना ही पड़ता है......जिन्दगी सिर्फ मातम मनाने से आगे नहीं बढती....anjule shyamhttps://www.blogger.com/profile/01568560988024144863noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7089285769560975105.post-1133147130703706642010-05-14T18:07:33.086+05:302010-05-14T18:07:33.086+05:30AFSOS HUA JAANKAR NIROPMA JI KE BAARE ME.....AFSOS HUA JAANKAR NIROPMA JI KE BAARE ME.....संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7089285769560975105.post-34000619234985252952010-05-13T18:00:05.541+05:302010-05-13T18:00:05.541+05:30apne vishuddh vichar vyakt karna lekhak ka kartvya...apne vishuddh vichar vyakt karna lekhak ka kartvya hota he../ log padhh rahe he..yah koi kam nahi..uttar de rahe he yah lekhan aour ukt vichaar ki safltaa he../अमिताभ श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/12224535816596336049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7089285769560975105.post-13504394843808136882010-05-13T09:39:03.516+05:302010-05-13T09:39:03.516+05:30वकील साहेब निरुपमा के कातिलों की फोटो +प्रोफाइल दे...वकील साहेब निरुपमा के कातिलों की फोटो +प्रोफाइल देश के थानों के कम्पिउतर पर कब आयेगीjamos jhallahttps://www.blogger.com/profile/13984195512782941103noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7089285769560975105.post-5822805199116252892010-05-11T16:45:34.203+05:302010-05-11T16:45:34.203+05:30अजय भाई, इस विचारोत्तक लेख के लिए बधाई। और हाँ, आप...अजय भाई, इस विचारोत्तक लेख के लिए बधाई। और हाँ, आपके बारे में एक महत्वपूर्ण बात भी पता चल गई। वाकई आपकी लेखनी ही नहीं, जिंदगी भी प्रेरक है।<br />--------<br /><a href="http://za.samwaad.com/" rel="nofollow">कौन हो सकता है चर्चित ब्लॉगर?</a><br /><a href="http://sb.samwaad.com/" rel="nofollow">पत्नियों को मिले नार्को टेस्ट का अधिकार?</a>Dr. Zakir Ali Rajnishhttps://www.blogger.com/profile/03629318327237916782noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7089285769560975105.post-30759124966241404962010-05-11T13:29:49.033+05:302010-05-11T13:29:49.033+05:30nice, aapko kya lagta hai? mera to manna hai ki ye...nice, aapko kya lagta hai? mera to manna hai ki ye case suru se hi blindness ki or jaa raha hai, kisi ko koi saza nahi hogi.satyendrahttps://www.blogger.com/profile/12893714424891990810noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7089285769560975105.post-78995837608055061182010-05-10T08:59:20.334+05:302010-05-10T08:59:20.334+05:30पुलिस जाँच से बचने के लिए ये सब ड्रामा हो रहा बस |...पुलिस जाँच से बचने के लिए ये सब ड्रामा हो रहा बस |Pawan Kumar Sharmahttps://www.blogger.com/profile/04738864595169202679noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7089285769560975105.post-28324427282594406742010-05-09T17:47:18.521+05:302010-05-09T17:47:18.521+05:30आपके कथन से सहमत हूं. आगे देखते हैं कि क्या निकलता...आपके कथन से सहमत हूं. आगे देखते हैं कि क्या निकलता है?<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7089285769560975105.post-30479035976854144862010-05-09T12:25:20.795+05:302010-05-09T12:25:20.795+05:30हम आपसे सहमत हैंहम आपसे सहमत हैंAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/02964602014678479457noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7089285769560975105.post-81258567539054523352010-05-09T11:32:01.410+05:302010-05-09T11:32:01.410+05:30मैंने भी प्रेम विवाह किया है और वह भी अंतरजातीय
आ...मैंने भी प्रेम विवाह किया है और वह भी अंतरजातीय<br /><br />आपको जन्मदिवस पर ढेरों शुभकामनायें,Yugalhttps://www.blogger.com/profile/07262836865022038577noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7089285769560975105.post-77707395846567179602010-05-09T11:18:26.940+05:302010-05-09T11:18:26.940+05:30sabse pahle aap ko janmdin ki badhai dena chahta h...sabse pahle aap ko janmdin ki badhai dena chahta hoon ,<br /><br />is ghatna ka jo sach hoga voh jald hi samne aajyegaसंजय कुमार चौरसियाhttps://www.blogger.com/profile/06844178233743353853noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7089285769560975105.post-68753858606373889872010-05-09T06:50:12.903+05:302010-05-09T06:50:12.903+05:30लेख की मूल भावना से सहमत
गिरिजेश जी की टिप्पणी से ...लेख की मूल भावना से सहमत<br />गिरिजेश जी की टिप्पणी से भीAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7089285769560975105.post-16639615758838978422010-05-08T22:23:25.076+05:302010-05-08T22:23:25.076+05:30अंशुमाला जी ,
मैंने भी यही कहा है कि ये घटना जिस क...अंशुमाला जी ,<br />मैंने भी यही कहा है कि ये घटना जिस क्षेत्र विशेष में हुई है अभी वहां जातिवाद के नाम पर प्रेमी युगलों और प्रेमियों की हत्या का चलन नहीं हुआ है । कम से कम मैं तो यही जानता हूं । बांकी जगहों पर ये है और जरूर है यहां तक कि शहरों में भी इसे बखूबी देखा और महसूस किया जा सकता है ।अजय कुमार झाhttps://www.blogger.com/profile/16451273945870935357noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7089285769560975105.post-91339594493810376622010-05-08T20:59:06.495+05:302010-05-08T20:59:06.495+05:30@ ये हो हल्ला भी ज्यादा सिर्फ़ इसलिए मचाया जा रहा ...@ ये हो हल्ला भी ज्यादा सिर्फ़ इसलिए मचाया जा रहा क्योंकि इससे कहीं न कहीं ये पत्रकार, मीडिया कर्मी , प्रशिक्षु पत्रकार और देश की सर्वोच्च संस्थानों में पढ रहे ऐसे सभी छात्र छात्राओं की छवि उनकी जीवन शैली पर भी एक बडा सा प्रश्न चिन्ह लगाता सा दिख रहा है । उसे जस्टीफ़ाई करने के लिए ही ये इतना बावेला मचा हुआ है । <br />सच बात। <br />ऐसे प्रकरणों को जिस तरह से पुलिस प्रशासन हैंडल करता है उससे मुझे 'अन्धेर नगरी' नाटक याद आने लगता है। ऐसे 'राजाओं' को अपने गले खुद फन्दा लगाने को कौन मज़बूर करेगा ? <br />उच्छृंखल युवक युवतियाँ संभोग की ज़िम्मेदारियों को पिज्जा की पैकिंग सरीखे फेंक चुके हैं। माल खाओ यार रैपर तो अंतत: फेंका ही जाता है - कितना भी आकर्षक हो । वृहद नैतिकता की अवधारणा भोगी समाज के लिए वाकई रैपर सी बन गई है ।गिरिजेश राव, Girijesh Raohttps://www.blogger.com/profile/16654262548719423445noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7089285769560975105.post-7369962933311308022010-05-08T20:56:22.660+05:302010-05-08T20:56:22.660+05:30अच्छी पोस्ट सारी बातो का समावेस
पर इस बात से सहमत...अच्छी पोस्ट सारी बातो का समावेस <br />पर इस बात से सहमत नहीं हु की जातीवाद नहीं है आज भी कुछ जगहों पर दलितों के घर जलाया जा रहा है उन्हें मंदिरों में प्रवेश नहीं दिया जाता उन्हें ग़ाव से दूर रखा जाता है उनके लिए अलग रास्ता होता है ये सब हाल की घटनाए है टीवी पर देख अखबार में पढ़ कर मुझे भी आश्चर्य हुआ विवाह में जाती बन्धनों को तोड़ने की हिम्मत कुछ लोग ही दिखा पा रहे है वो भी वो लोग जो बीच की जातियों के है पर ऊँची जातियों में ये आज भी काफी कट्टरता है खास कर तब जब लड़की ऊँची जाती की और लड़का उससे छोटी जाती का हो मै मुंबई जैसे बड़े शहर में हु पर यहाँ भी यही हालत है |anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7089285769560975105.post-78975843543999978072010-05-08T20:43:50.383+05:302010-05-08T20:43:50.383+05:30भाईया पता नही कोन कसुर बार है, लेकिन हमारी पुलिस ...भाईया पता नही कोन कसुर बार है, लेकिन हमारी पुलिस एक तो निक्कमी है, दुसरा हमारे मिडिया ने खाम्खां मै इसे बढा चढा कर पेश किया है, क्या पता इस लडकी ने खुद ही आत्महत्या की हो? मां बाप की लानत खा कर, या दोस्त से मन मुटाव चला हो या कोई अन्य कारण हो... लेकिन बिना सबूत किसी को भी दोषी करार देना गलत है, ओर यही गलती हमारी मिडिया कर रही हैराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7089285769560975105.post-20933688354558123912010-05-08T20:07:07.316+05:302010-05-08T20:07:07.316+05:30अजय भाई,
बहुत खूब लिखा है जो तथ्यों के साथ वास्तव...अजय भाई, <br />बहुत खूब लिखा है जो तथ्यों के साथ वास्तविक दर्शन देता है, मीडिया के स्वयंभू बुद्धिजीवी बरसाती बेंग कि तरह टर्र टर्र करेंगे ये मैं पहले ही लिख चुका था और हुआ भी वैसा ही, यहाँ सिर्फ अपनी महत्वाकांक्षा के लिए लोगों का हुजूम शोर मचा रहा है भले ही उसके लिए मरहूम निरुपमा के शव को नोचना खसोटना ही क्यूँ ना पड़े, पैरवीकार वो लोग हैं जो या तो बलात्कारी रहे हैं या बलात्कार के आरोपी.<br /><br />आपने बढ़िया लिखा <br />बधाईAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7089285769560975105.post-51881796869298179532010-05-08T19:43:49.684+05:302010-05-08T19:43:49.684+05:30आप सही लाइन पर सोच रहे हैं।
अब देखते हैं सच्चाई क...आप सही लाइन पर सोच रहे हैं।<br />अब देखते हैं सच्चाई क्या निकलती है।डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7089285769560975105.post-20668732628830110622010-05-08T18:55:46.669+05:302010-05-08T18:55:46.669+05:30ये हो हल्ला भी ज्यादा सिर्फ़ इसलिए मचाया जा रहा क्...ये हो हल्ला भी ज्यादा सिर्फ़ इसलिए मचाया जा रहा क्योंकि इससे कहीं न कहीं ये पत्रकार, मीडिया कर्मी , प्रशिक्षु पत्रकार और देश की सर्वोच्च संस्थानों में पढ रहे ऐसे सभी छात्र छात्राओं की छवि उनकी जीवन शैली पर भी एक बडा सा प्रश्न चिन्ह लगाता सा दिख रहा है । उसे जस्टीफ़ाई करने के लिए ही ये इतना बावेला मचा हुआ है । <br /><br />@आपकी इस बात से १००% सहमत |<br />पुलिस जाँच से बचने के लिए ये सब ड्रामा हो रहा बस |Gyan Darpanhttps://www.blogger.com/profile/01835516927366814316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7089285769560975105.post-86995885932526522152010-05-08T18:46:25.035+05:302010-05-08T18:46:25.035+05:30Kshama ji se sahmat hoon.. bhai main khud udaharan...Kshama ji se sahmat hoon.. bhai main khud udaharan hoon aur kisse kahoon?दीपक 'मशाल'https://www.blogger.com/profile/00942644736827727003noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7089285769560975105.post-82413712531217035402010-05-08T18:31:42.470+05:302010-05-08T18:31:42.470+05:30मुझे तो यही सच लगा कि हो हल्ला भी ज्यादा सिर्फ़ इस...मुझे तो यही सच लगा कि हो हल्ला भी ज्यादा सिर्फ़ इसलिए मचाया जा रहा क्योंकि इससे कहीं न कहीं ये पत्रकार, मीडिया कर्मी , प्रशिक्षु पत्रकार और देश की सर्वोच्च संस्थानों में पढ रहे ऐसे सभी छात्र छात्राओं की छवि उनकी जीवन शैली को जस्टीफ़ाई करने के लिए ही ये इतना बावेला मचा हुआ है।बहुत बढ़ियाबसंतीhttps://www.blogger.com/profile/05563723975660079541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7089285769560975105.post-58304778476752235492010-05-08T17:44:26.519+05:302010-05-08T17:44:26.519+05:30Maine khud antarjateey vivah kiya hai..par itna ka...Maine khud antarjateey vivah kiya hai..par itna kahungi,ki,aaj bhi 'prem vivah'ki khilafat karnewale maujood hain..chahe wo sajateey kyon na ho..yah dayre aaj bhi sankuchit hain...itne nahi jitne 2 ya 3 dashak pahle the,phirbhi.<br />Mujhe khud ko sabse adhik santap ata hai uske tathakathit 'premi'pe..Lagta hai,Nirupma bhi yah samajh gayi aur usi klesh me apni jaan gavan baithi..lekin yah sab dharnayen hain...patahi nahi chalega ki,asliyat kya hai..kshamahttps://www.blogger.com/profile/14115656986166219821noreply@blogger.com