tag:blogger.com,1999:blog-7089285769560975105.post5347801754260521963..comments2023-10-24T14:27:17.400+05:30Comments on बुकमार्क ... : च ज ई याद है न , अब झेलिये च ज ऊअजय कुमार झाhttp://www.blogger.com/profile/16451273945870935357noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-7089285769560975105.post-61359247339978146862009-04-13T08:51:00.000+05:302009-04-13T08:51:00.000+05:30aap sabkaa bahut bahut dhanyavaad, padhne aur sara...aap sabkaa bahut bahut dhanyavaad, padhne aur saraahne ke liye.अजय कुमार झाhttps://www.blogger.com/profile/16451273945870935357noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7089285769560975105.post-87806473868128400812009-04-12T22:30:00.000+05:302009-04-12T22:30:00.000+05:30ऊ का मतलब ऊपरवाला, ऊ का मतलब ऊपर उठा ले और ऊ का मत...ऊ का मतलब ऊपरवाला, ऊ का मतलब ऊपर उठा ले और ऊ का मतलब राम राम सत्य है:)चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7089285769560975105.post-85572465098631342002009-04-12T21:41:00.000+05:302009-04-12T21:41:00.000+05:30जूते उठाने का जमाना तो कब का खत्म हो चुका। अब तो ज...जूते उठाने का जमाना तो कब का खत्म हो चुका। अब तो जूते मारने का चल रहा है।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7089285769560975105.post-5099620618390391192009-04-12T17:46:00.000+05:302009-04-12T17:46:00.000+05:30वाह!!! अजय जी आपको नही लगता कि ये जूतम-पैज़ार उसी इ...वाह!!! अजय जी आपको नही लगता कि ये जूतम-पैज़ार उसी इराकी ज़ैदी की तर्ज़ पर है? इससे पहले लोकसभा की कार्यवाही के दौरान उम्दा किस्म के झगडे-गालियां तो बहुत हुईं लेकिन ये जूता-फेंक प्रतियोगिता अभी बुश-कांड के बाद चलन में आई है? च ज उ बहुत शानदार है...वन्दना अवस्थी दुबेhttps://www.blogger.com/profile/13048830323802336861noreply@blogger.com